घंटों थाने में गैंगरेप पीड़िता को बैठाए रखा:पिता का आरोप- SHO सो रहा था; SP ऑफिस में आज हंगामा
घंटों थाने में गैंगरेप पीड़िता को बैठाए रखा:पिता का आरोप- SHO सो रहा था; SP ऑफिस में आज हंगामा

राजसमंद : राजसमंद एसपी ऑफिस में गुरुवार शाम 4 बजे एएसपी शिवलाल बैरवा के सामने भाजपा नेता गैंगरेप पीड़िता और उसके परिजनों को लेकर पहुंच गए। भाजपा नेताओं का आरोप था कि गैंगरेप पीड़ित 15 साल की बच्ची और उसके परिजनों को बुधवार को रेलमगरा एसएचओ प्रवीण राजपुरोहित ने कई घंटे तक थाने में बैठाए रखा। सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक पुलिस ने गैंगरेप की FIR दर्ज नहीं की।
एएसपी शिवलाल बैरवा ने कहा कि बुधवार रात एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। परिजनों की मांग पर मेडिकल बोर्ड का गठन कर लड़की का मेडिकल कराया जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने दो नामजद आरोपियों को डिटेन कर लिया है। मामले की जांच जारी है।
पिता ने कहा- 4 घंटे खड़ा रहा, थानेदार सो गया
पीड़िता के पिता ने बताया कि वह गुजरात में मजदूरी का काम करता है। राजसमंद में उसकी पत्नी और 4 बच्चे रहते हैं। 16 अक्टूबर को मेरी 15 साल की बेटी के साथ गैंगरेप किया गया। मैं बुधवार को रेलमगरा थाने शिकायत लेकर गया। चार घंटे तक खड़ा रहा। थानेदार सो गया था। वहां न कोई कार्रवाई करने वाला था न कोई सुनवाई करने वाला था।
पिता ने बताया- सिंदेसर निवासी शांतिलाल (38) और कन्हैयालाल (30) 16 अक्टूबर को मेरे घर पहुंचे और मेरे बच्चों से कहा कि तुम्हें कार में घुमाकर लाता हूं। मेरी 15 साल की बेटी समेत 4 बच्चे दोनों आरोपियों के साथ कार में चले गए। उन लोगों ने काबरा रोड पर कार रोकी और शराब पी। इसके बाद 3 बच्चों को कार में बंद किया और जंगल में ले जाकर नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप किया।
भाजपा का आरोप- पॉक्सो के मामले में गंभीर लापरवाही
पीड़ित परिवार के साथ एसपी ऑफिस पहुंचीं विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने एएसपी से कहा कि रेलमगरा एसएचओ प्रवीण राजपुरोहित ने गंभीर लापरवाही की है। रेप पीड़ित बच्ची को सुबह से रात 8 बजे तक थाने में बैठाए रखा। पीड़ित परिवार को यह तक नहीं बताया गया कि एफआईआर दर्ज की गई है या नहीं।
भाजपा जिलाध्यक्ष मान सिंह बारहठ ने कहा- मामला गैंगरेप का है, पॉक्सो एक्ट का मामला होने के बावजूद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने में लेटलतीफी की। पीड़िता के पिता गुजरात में थे, वे बुधवार को राजसमंद आए तो बुधवार सुबह से शाम तक उसकी ओर से मामला दर्ज नहीं किया गया।
पुलिस का कहना है कि बुधवार को मामला दर्ज कर लिया तो पीड़ित परिवार को इसकी जानकारी नहीं दी गई। रिपोर्ट पर पीड़ित परिवार का साइन तक नहीं कराया गया। बुधवार सुबह से लेकर गुरुवार सुबह तक पीड़ित परिवार डरा-सहमा रहा। उस परिवार पर लोग समझौते का प्रेशर बनाते रहे।
जिलाध्यक्ष ने कहा- हमें जब मामले का पता चला तो पीड़ित परिवार को एसपी ऑफिस लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मामला रफा-दफा न किया जाए, मामले में गंभीरता बरते वाले एसएचओ को लाइन हाजिर किया जाए।
अगर इस मामले में ठीक कार्रवाई नहीं की गई तो शुक्रवार सुबह 11 बजे एसपी ऑफिस का घेराव किया जाएगा। सरकार भी बताए कि बच्ची के लिए वह क्या करने वाली है।