आरटीई में पढ रहे बच्चों का भौतिक सत्यापन शुरू:विशेष दल करेगा क्रॉस चैकिंग, 7 नवंबर तक करना होगा सत्यापन
आरटीई में पढ रहे बच्चों का भौतिक सत्यापन शुरू:विशेष दल करेगा क्रॉस चैकिंग, 7 नवंबर तक करना होगा सत्यापन

झुंझुनूं : आरटीई योजना में पढ़ रहे विद्यार्थियों का भौतिक सत्यापन शुरू हो गया है। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक व प्रारंभिक ने अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों की संख्या के आधार पर दलों का गठन किया है।
एक दल को अधिकतम दो विद्यालय आवंटित किए गए है। दल को 7 नवंबर तक भौतिक सत्यापन कर आगामी 15 दिनों में इनकी रिपोर्ट अपलोड करनी होगी।
इसके लिए सभी CBEO को पाबंद कर दिया है। इसके लिए सीबीईओ व प्रधानाचार्य को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रधानाचार्य उनके अधीनस्थ व्याख्याताओं व अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है। ये शिक्षक भौतिक सत्यापन के दौरान आरटीई के तहत किए गए बालक-बालिकाओं के प्रवेश व उनकी मौजूदगी की भी जांच करेंगे। निजी स्कूलों में आरटीई योजना का कितना क्रियान्वयन हो रहा है। विद्यार्थियों को इसका कितना लाभ मिल रहा है। फीस पुनर्भरण के लिए बताई गई विद्यार्थियों की संख्या कितनी सही और कितनी गलत है। इन सब की जांच करेंगे।
क्रॉस चेकिंग करेंगे
क्रॉस चेकिंग के लिए शिक्षा विभाग की ओर से विशेष दल गठित किया जाएगा। विशेष सत्यापन दल जिले में उन विद्यालयों का पुनः सत्यापन करेंगे जो सत्यापन दलों की ओर से सत्यापित किए जा चुके हैं। भिन्नता मिलने पर विशेष सत्यापन दल के अध्यक्ष की ओर से मूल सत्यापन रिपोर्ट में आवश्यक संशोधन किए जाएंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी मनोज ढ़ाका ने बताया कि प्रत्येक दल में शामिल दोनों सदस्यों का चुनाव एक ही विद्यालय से किया गया है। एक सत्यापन दल को अधिकतम 2 विद्यालय आवंटित किए गए हैं। सत्यापन दल का मुखिया प्रधानाचार्य होगा तथा एक अन्य सदस्य उपलब्धता के आधार पर व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक तथा लिपिक वर्ग का होगा। जबकि प्रारम्भिक शिक्षा में पर्याप्त संख्या में राजपत्रित अधिकारी उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में दलों के अध्यक्ष के रूप में माध्यमिक शिक्षा से प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक तथा व्याख्याता को शामिल किया है। शेष एक सदस्य उच्च प्राथमिक विद्यालय का प्रधानाध्यापक या अध्यापक हो सकता है। गठित दल उन्हीं विद्यालयों का भौतिक सत्यापन करेंगे, जिन निजी स्कूलों में आरटीई के तहत निःशुल्क शिक्षा फीस पुनर्भरण योजना तहत बालक-बालिकाएं पढ़ाई कर रही है। दल को 7 नवम्बर तक स्कूलों को भौतिक सत्यापन कराना होगा। सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर ही निजी स्कूलों को पुनर्भरण राशि का भुगतान किया जाएगा।