पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बोलीं-भाजपा में 15 टिकट का जबरदस्त विरोध:झुंझुनूं में 10वीं पास को टिकट दी, पता होता तो समर्थन नहीं
राजेंद्र भांबू ने कहा- अब अगर प्रधानमंत्री का पद देने का भी वादा पार्टी करेगी, तब भी मैं इस चुनाव में नहीं बैठूंगा और निर्दलीय चुनाव लडूंगा।

झुंझुनूं : पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह ने भाजपा की ओर से प्रदेश में किए गए टिकट वितरण पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 15 टिकटों पर जबरदस्त विरोध है। सीट किस तरह से बांटी गई हैं, किस तरह से उम्मीदवारों का चयन किया गया है, यह समझ में नहीं आया।
सुमित्रा सिंह मंगलवार को भाजपा से बगावत कर झुंझुनूं विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राजेंन्द्र भांबू के घर आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रही थीं। उन्होंने कहा- मैंने हमेशा गलत के खिलाफ आवाज उठाई है। बीजेपी के समर्थन में नहीं हूं। पार्टी ने गलत काम किया है। कोई भी पार्टी गलत काम करेगी मैं उसके पक्ष में नहीं हूं। अगर अमित शाह खुद आकर राजेंद्र भांबू को कहते कि तुम्हें पार्लियामेंट से चुनाव लड़वा देंगे, तुम बैठ जाओ, तब भी मैं यही कहूंगी कि बीजेपी ने गलत किया।
राजेंद्र भांबू ने कहा- अब अगर प्रधानमंत्री का पद देने का भी वादा पार्टी करेगी, तब भी मैं इस चुनाव में नहीं बैठूंगा और निर्दलीय चुनाव लडूंगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने टिकट कटवाया
सुमित्रा सिंह ने कहा- 1998 के चुनाव में मेरी टिकट काट दी गई। शीशराम ओला उस समय केंद्र में सेंट्रल मिनिस्टर थे। उन्होंने मेरी टिकट कटवा दी और एक अपराधी का फॉर्म भरवा दिया। अपने बेटे बृजेंद्र ओला को कवरिंग कैंडिडेट बनाया। उस समय में भी मैंने चुनाव लड़ा। क्योंकि वह गलत टिकट थी। जनता ने मेरा साथ दिया और मैं जीती। सरकार को पता लग गया कि उसने गलती की।
दसवीं पास को टिकट दे दी
सुमित्रा सिंह ने झुंझुनूं विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी बबलू चौधरी पर तंज कसा। उन्होंने कहा- आज भारतीय जनता पार्टी एक दसवीं पास को टिकट देकर चुनाव जीतने की उम्मीद कर रही है। जबकि राजेन्द्र भांभू बीए एलएलबी है। अब हाईकमान की गलती को कार्यकर्ता सुधारेंगे। उन्होंने कहा- 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें पता नहीं था कि बबलू चौधरी दसवीं पास हैं। अगर यह पता होता तो वह कभी भी समर्थन नहीं करतीं।