Asaduddin Owaisi Supports Palestine: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने फिलिस्तीन का समर्थन किया है। उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को शैतान, अत्याचारी बताया। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे गाजा का साथ दें। गाजा के लोगों के साथ एकजुटता दिखाएं। उनकी मदद करें। ‘मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं और खड़ा रहूंगा। गाजा के उन बहादुर जवानों को कोटि-कोटि सलाम, जो आज भी लड़ रहे हैं।
PM नरेंद्र मोदी से गाजा की मदद करने के लिए कहा
आवैसी ने कहा कि हमारे देश के एक मुख्यमंत्री ने कहा था कि फिलिस्तीन का नाम लेने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा तो सुन लीजिए मुख्यमंत्री महोदय, मैं गर्व से फिलिस्तीन का झंडा और हमारा तिरंगा पहनता हूं। मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं। यह बातें ओवैसी ने हैदराबाद में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिलिस्तीनियों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को रोकने की अपील भी की और कहा कि मोदी जी को उनकी मदद करनी चाहिए।
कांग्रेस और पाक खिलाड़ी कर चुके फिलिस्तीन का समर्थन
औवेसी ने कहा कि फिलिस्तीन केवल मुसलमानों का मामला नहीं है, यह एक मानवीय मुद्दा है। बता दें कि ओवैसी से पहले कांग्रेस ने इजरायल हमलों की निंदा करते हुए फिलिस्तीन का समर्थन किया था। सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया था। कांग्रेस से पहले पाकिस्तान के खिलाफ मोहम्मद रिजवान भी गाजा और फिलिस्तीन का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने वर्ल्ड कप के 8वें मैच में अपनी 131 रनों की पारी गाजा का समर्पित की थी।
पाकिस्तानी खिलाड़ी ने जीत का क्रेडिट गाजा को दिया था
श्रीलंका के खिलाफ मैच में रिजवान ने चोटिल होने के बावजूद शानदार शतक ठोका था। उन्होंने अपनी जीत का क्रेडिट गाजा के लोगों को दिया था। उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि हम श्रीलंका के खिलाफ अपनी इस जीत का क्रेडिट गाजा के भाई बहनों के देना चाहते हैं। मुझे जीत में योगदान देकर काफी खुशी हो रही है। इसका क्रेडिट पूरी टीम को भी जाता है। खास कर अब्दुल्लाह शफीक और हसन अली को, जिन्होंने जीत को काफी आसान बनाया। हैदराबाद के लोगों का इतना प्यार देखकर मैं काफी खुश हूं।
हमास ने हमला किया, इजरायल ने बदला लेने का अल्टीमेटम दिया
गौरतलब हे कि हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया था। इस हमले में इजरायल के 1300 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि इज़रायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हवाई हमलों में गाजा में 2200 से अधिक लोग मार गिराए। इजरायल ने दावा किया है कि इजरायली सेना ने देश के अंदर लगभग 1500 हमास आतंकवादी मारे हैं। वहीं इजरायल ने अपने 1300 लोगों की मौत का बदला लेने का ऐलान करते हुए गाजा को खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया है, जिससे एक और जंग छिड़ने के आसार हैं।
एहसान फरामोश निकला इजराइल : फिलिस्तीन ने ही गले लगाया। था नंगे भूखे यहूदियों को
इजराइल-फिलस्तीन के बीच जारी जंग के मद्दे नजर उस दौर को याद किया जा रहा है जब हिटलर यहूदियों को मार रहा था और यहूदियों को दुनिया भर में सर छिपाने की जगह नहीं मिल रही थी। ऐसी सूरत में फिलस्तीन ही वह देश था जिसने हिटलर द्वारा हकाले गए नगे भूखे यहूदियों को अपनी सरजमी पर न केवल पनाह दी बल्कि उन्हें रोजी-रोटी का भी सहारा दिया।
1947 में यहूदियों से भरा जहांज जिस पर लिखा था ‘फिलस्तीनी मुसलमानों तुमही हमारी आखरी उम्मीद हो पनाह दो। हिटलर जब यहूदियों को मार रहा था तो कुछ को जिंदा छोड़ दिया था और उसने कहा था मैं चाहूं तो सभी यहूदियों को खत्म कर सकता हूँ, लेकिन में कुछ को जिंदा छोडूंगा ताकी दुनिया देखे कि मैंने इनको क्यों मारा। भागते हुए यहूदी से भरा जहाँज फिलस्तीनी बंदरगाह पर रूका जिस पर लिखा हुआ था, ‘जर्मनी में हमारा सब कुछ तबाह हो गया, तुम (फिलस्तीनी मुस्लिम) हमारी आखरी उम्मीद हो, हमें पनाह दे दो और फिलस्तीनी मुस्लिमों ने इन पहूदियों को गले लगाया बल्कि अपने मुल्क में पनाह दी, रहने की जमीन दी, खाने को भोजन दिया, उनके बच्चों को अपनाया, यतीमों, विधवाओं के सर पर हाथ रखा पर वे यह नहीं समझ रहे थे कि उन्होंने सपोलों को जगह दी, जिसकी कीमत आज उन्हें चुकानी पड़ रही है।
देखे नक्शे में केसे इज़राइल ने फिलस्तीन को लगभग पूरा कब्जा लिया है