सिहोड़ में चार करोड़ रूपए की लागत से चार किलो मीटर सड़क का किया शिलायांस, खेतड़ी उपखंड के हर गांव को सड़कों से जौड़ा जा रहा है…डा. सिंह
सिहोड़ में चार करोड़ रूपए की लागत से चार किलो मीटर सड़क का किया शिलायांस, खेतड़ी उपखंड के हर गांव को सड़कों से जौड़ा जा रहा है…डा. सिंह

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विकास पारीक
खेतड़ी नगर : खेतड़ी उपखंड के सिहोड़ ग्राम पंचायत, बेसरड़ा व जमालपुरा गांव में करोड़ों रूपए की सड़कों का शिलायांस किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएम सलाहकार व खेतड़ी विधायक डा. जितेंद्रसिंह ने शनिवार को सिहोड़ ग्राम पंचायत की ढाणी बडाला में चार करोड़ रूपए की लागत से चार किलो मीटर सड़क का शिलायांस किया। डा. जितेंद्रसिंह ने कहा कि खेतड़ी क्षेत्र का विकास तभी संभव ह जब गांव मुख्य सड़कों से जुड़ेगा, इसी लिए हर गांव को मुख्य सड़क से जौड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हर गांव में पक्की सड़कं होगी, 25 करोड़ रूपए की लागत से अभी 35 सड़के स्वीकृत हुई है। सिहोड़ गांव में चार करोड़ रूपए की लागत से चार किलो मीटर सड़क का शिलायांस किया है इसी प्रकार बेसरड़ा, टीबा, जमालपुर बसई, त्यौंदा में भी शिलायांस किया जाएंगा। उन्होंने बताय कि खेतड़ी में सड़कों का जाल बिछेगा।
डा. सिंह ने बताया कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए देवनारायण योजना के तहत आवासीय स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। इन स्कूलों के संचालन करने का मुख्य उद्देश्य बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने का है। उन्होंने कहा कि आज खेतड़ी लिंग अनुपात में प्रदेश में ही नही केरल के बाद खेतड़ी दुसरे नंबर पर है। एक हजार पुरूषों की अपेक्षा महिलाएं 1326 है।
उन्होंने बताया कि यह आंकड़े होने का मुख्य कारण बेटियों को उच्च शिक्षा मुहैया करना है। उन्होंने बताया कि खेतड़ी क्षेत्र का एक गांव भी ऐसा नही बचा जहा पर स्वाथ्य केंद्र नही है। खेतड़ी में पानी की समस्या थी जिसकों भी 955 करोड़ रूपए की लागत से कुंभाराम नहर परियोजना का पानी घर-घर पहुंचाया, जल्द ही बबाई में रिको इंडस्ट्रीयल शुरू होने वाली है। डा. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बबाई में नौ सौ करोड़ रूपए की उद्वोग लगाने की स्वीकृति दे दी है जल्द ही यहा पर उद्वोग लगने शुरू हो जाएंगे जिसमें खेतड़ी क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा।
इस मौके पर राधेश्याम जांगिड़, श्रवणदत्त नारनोलिया, सुभाष गुर्जर, नासीर हुसैन, बंटी सैनी, सुरेश चौघरी, पंकज शास्त्री, विजयसिंह, गिरधारी, इंद्राज, बाबू खां, भवरसिंह, सुहानसिंह, लाला सिंह, ओमपाल सिंह, दाताराम, बनवारीलाल, धनसिंह, गुलजारी लाल आदि मौजूद थे।