[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

खेतड़ी के पूर्व आईएएस की स्मृति में मोटीवेशन सेमीनार का हुआ आयोजन, अतिरिक्त प्रशासनिक निदेशक डॉ बधाल बोले मोबाईल से खराब हो रहा है बच्चों का भविष्य


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
खेतड़ीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

खेतड़ी के पूर्व आईएएस की स्मृति में मोटीवेशन सेमीनार का हुआ आयोजन, अतिरिक्त प्रशासनिक निदेशक डॉ बधाल बोले मोबाईल से खराब हो रहा है बच्चों का भविष्य

खेतड़ी के पूर्व आईएएस की स्मृति में मोटीवेशन सेमीनार का हुआ आयोजन, अतिरिक्त प्रशासनिक निदेशक डॉ बधाल बोले मोबाईल से खराब हो रहा है बच्चों का भविष्य

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के राजोता में शनिवार को पूर्व आईएएस बीएल मेहरड़ा की स्मृति में खेतड़ी विकास समिति की ओर से मोटीवेशन सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त प्रशासनिक निदेशक डॉ भागचंद बधाल, विशिष्ट अतिथि डॉ बजरंग लाल थे, जबकि अध्यक्षता डॉ संतोष सैनी ने की। कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथियों ने डॉ बी एल मेहरड़ा स्मृति पार्क में उनकी प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में डॉ भागचंद बधाल ने कहा कि बिना तपे कोई भी सफलता प्राप्त नही की जा सकती। यदि आप को सफलता हासिल करनी है तो वेदो का अध्ययन करना आवश्यक है।

परिस्थितियां कितनी भी बड़ी हो उनका डटकर सामना करना चाहिए। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की समस्या समझते है, जिसके चलते आज एआई जैसी तकनीक के जमाने में बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए स्मार्ट एजुकेशन बहुत जरूरी है। स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को शुरूवात से ही स्मार्ट क्लासेज के जरिए तकनीकि से जोड़ना बहुत जरूरी है। मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी ज्ञान होता है। दुनिया में हर चीज का बंटवारा होता है,लेकिन ज्ञान का बंटवारा नही हो सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मोबाइल फोन युवाओं के भविष्य को खराब कर रहा है। युवा मोबाइल की लत का शिकार हो रहे हैं तथा अपने भविष्य के प्रति गंभीर नहीं होकर गलत रास्ते पर जा रहे हैं, जो उनके भविष्य के लिए सही नहीं है।

मोबाइल की लत से ज्यादातर युवा अपराध की दुनिया की ओर अग्रसर हो रहे हैं, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। ऐसे में युवाओं को अपने भविष्य के प्रति गंभीर होकर मोबाइल के लत से छुटकारा पाना होगा और तकनीकी युग में कठिन परिश्रम करने वाले ही सफलता को हासिल कर पाते हैं। वर्तमान समय में एक बार असफलता मिलने पर युवा सफल होने की कोशिश छोड़ देता है, जो उन्हें उनकी मंजिल तक नहीं पहुंचा पाती है।

ऐसे में नियमित परिश्रम व सफलता को हासिल करने के लिए एक लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ने से ही सफलता को हासिल किया जा सकता है। इस दौरान डॉ बधाल ने युवाओं से प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां दी और आने वाले समय में किस प्रकार की परिस्थितियों होगी उनके बारे में अवगत करवाया गया।

इस मौके पर डॉ सुनील सैनी, डॉ सुरेंद्र बेरबा, कमलेश दुबे, पन्नालाल, सुशील शर्मा, डॉ मोहित सक्सेना, बिशनाराम झांझडिया, राकेश कुमार, विजेंद्र, राजपाल, सचिन कुमार, सतीश कुमार सहित अनेक लोग मौजूद थे।

Related Articles