जयपुर में विश्व पर्यटन दिवस पर हेरिटेज वॉक:पर्यटन स्थलों में मिली फ्री एंट्री, लोक कलाकारों ने दी कच्छी घोड़ी नृत्य की परफॉर्मेंस
जयपुर में विश्व पर्यटन दिवस पर हेरिटेज वॉक:पर्यटन स्थलों में मिली फ्री एंट्री, लोक कलाकारों ने दी कच्छी घोड़ी नृत्य की परफॉर्मेंस

जयपुर : विश्व पर्यटन दिवस पर पर्यटन विभाग की ओर से राजधानी जयपुर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस मौके पर विश्व विख्यात हवामहल, आमेर महल सहित सभी पर्यटन स्थलों पर सैलानियों को नि:शुल्क प्रवेश दिया गया। जयपुर घूमने आए देशी-विदेशी पावणों का प्रमुख स्मारक आमेर महल, हवामहल, जंतर-मंतर और अल्बर्ट हॉल पर तिलक लगाकर स्वागत किया गया। पर्यटकों को राजस्थानी लोक संस्कृति से रूबरू कराने के लिए इन स्मारकों पर लोक कलाकारों की ओर से कच्छी घोड़ी नृत्य, कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुतियां दी गई, वहीं बहरूपिया स्वांग के साथ शहनाई वादन किया गया।
पर्यटन विभाग की ओर से परकोटे में दो रूट पर हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया। पहली हेरिटेज वॉक स्कूल ऑफ आर्ट से शुरू होकर चौड़ा रास्ता स्थित टूरिस्ट फैसेलिटी सेंटर तक पहुंची। दूसरी हेरिटेज वॉक जंतर-मंतर से शुरू होकर हवामहल तक आई। सुबह पौने छह बजे से सुबह साढ़े सात बजे तक खासा कोठी से आमेर तक हेरिटेज राइड का आयोजन किया गया। वहीं पन्ना मीणा कुंड से नेचर ट्रैक का भी शुभारंभ हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यटन विभाग की ओर से कराए गए विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण किया।

पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर) के अवसर पर हर साल की तरह इस साल भी प्रदेशभर में सेलिब्रेशन मनाया गया। पर्यटन विभाग की ओर से जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पुरातत्व और संग्रहालय विभाग, भारत पर्यटन कार्यालय, इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, जयपुर और गाइड एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
शेखावत ने कहा- टूरिज्म डे के मौके पर जयपुर समेत प्रदेशभर के सभी स्मारकों और संग्रहालयों में पर्यटकों को निःशुल्क प्रवेश दिया गया। स्मारकों पर सुबह से ही विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन कर राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाया जा रहा है, ताकि प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। पर्यटन विभाग और पर्यटक स्वागत केंद्र जयपुर की ओर से देशी-विदेशी पावणों का प्रमुख स्मारक आमेर महल, हवामहल, जंतर-मंतर और अल्बर्ट हॉल पर माला पहनाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। पर्यटकों को राजस्थानी लोक संस्कृति से रूबरू कराने के लिए इन स्मारकों पर लोक कलाकारों की ओर से कच्छी घोड़ी नृत्य, कालबेलिया नृत्य, बहरुपिया स्वांग, शहनाई वादन सहित मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।

शेखावत ने बताया कि परकोटे में दो रूट पर हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया। हेरिटेज वॉक में पर्यटकों के साथ साथ आईएचएम जयपुर के विद्यार्थियों को भी भ्रमण करवाया गया, जो कि राजस्थान की वास्तुकला, वॉक वे में किए गए संरक्षण और सौंदर्यीकरण के कार्यों से रूबरू हो सकें। साथ ही इस क्षेत्र में स्थित शिल्पी-कारीगरों के पारंपरिक कार्यों को नजदीक से देखकर इनके बारे में जान सकें। उन्होंने बताया कि आमेर में आईएचएम के छात्रों के लिए नेचर ट्रैक और होटल खासा कोठी से आमेर महल तक साइकिल टूर का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी वॉलंटियर्स को पर्यटन विभाग की ओर से सर्टिफिकेट दिए गए।