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अस्पताल प्रशासन की ओर से उप जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर बनाया गया काऊ कैचर विवादों में घिरता आ रहा


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अस्पताल प्रशासन की ओर से उप जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर बनाया गया काऊ कैचर विवादों में घिरता आ रहा

अस्पताल के मुख्य गेट पर एक माह पहले बनाया काऊ कैचर बना मरीजों के लिए परेशानी का सबब गंदा पानी पार कर अस्पताल में आने को मजबूर है ग्रामीण

खेतड़ी : खेतड़ी के उप जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन खेतड़ी के राजकीय उप जिला अस्पताल में लोगों को गंदे पानी से गुजरना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल में मुख्य द्वार पर करीब एक माह पहले अस्पताल प्रशासन की ओर से काऊ कैचर लगाया गया था। इस दौरान निर्माण कार्य में अनियमितता होने के कारण व सही तरीके से नहीं लगाए जाने से अब अस्पताल के मुख्य द्वार पर पानी एकत्रित होने लगा है। अस्पताल के मुख्य द्वार पर पानी एकत्रित होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को पानी से गुजर कर अंदर आने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसके अलावा को काऊ कैचर के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिसके चलते एक माह में ही मुख्य द्वार पर बनाए गए काऊ कैचर क्षतिग्रस्त भी होने भी लगा है।

खेतड़ी के राजकीय उप जिला अस्पताल में लोगों को गंदे पानी से गुजरना पड़ रहा है

अस्पताल की ओर से मुख्य द्वार पर आवारा पशुओं को रोकने के लिए काऊ कैचर तो लगा दिया, लेकिन आलम यह बना हुआ है कि आज भी अस्पताल में एक दर्जन से अधिक आवारा पशु बैठे रहते हैं। अस्पताल में आवारा पशुओं का जमावड़ा होने से अस्पताल में आने वाले मरीजों को डर बना रहता है। पिछले दो दिन से हो रही हल्की बरसात के कारण अस्पताल परिसर में पानी की निकासी सही नहीं होने से अस्पताल के मुख्य द्वार पर भारी मात्रा में पानी जमा हो गया, जिसके चलते सोमवार को जब अस्पताल खुलने के बाद मरीज इलाज के लिए अस्पताल में आए तो उन्हें मुख्य द्वार पर जमा गंदे पानी से निकालकर अस्पताल के अंदर दाखिल होना पड़ा।

अस्पताल में मरीजों से बाहर की जांच और दवाइयां मंगवाने से मरीज को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।

ग्रामीण संजय, रामनिवास ने बताया कि अस्पताल में व्यवस्थाओं में सुधार करने को लेकर पूर्व में भी ग्रामीणों की ओर से चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व स्थानीय प्रशासन को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन चिकित्सा विभाग की अनदेखी के चलते क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीज के साथ सही व्यवहार भी नहीं किया जाता है तथा मरीज से बाहर की जांच करवा कर दवाइयां भी मंगवाई जा रहे हैं। अस्पताल में मरीजों से बाहर की जांच और दवाइयां मंगवाने से मरीज को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। वहीं बाहर से जांच करवाने व दवाइयां मंगवाने को लेकर पूर्व में राज्य सरकार की ओर से संचालित किए जा रहे संपर्क पोर्टल पर भी शिकायतें लग चुकी है, लेकिन शिकायतों का समय पर समाधान नहीं होने के कारण मरीज बाहर से जांच कर दवाइयां लाने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में आम जन को राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

मन तरीके से काऊ कैचर लगाने के बाद भी अस्पताल परिसर में बैठे आवारा पशु।

पहले से बना था काऊ कैचर, सरकारी पैसे का हुआ दुरूपयोग, नहीं रूके आवारा पशु
अस्पताल प्रशासन की ओर से उप जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर बनाया गया काऊ कैचर विवादों में घिरता आ रहा है। अस्पताल के मुख्य द्वार पर पूर्व में भी काऊ कैचर बना हुआ था, लेकिन दोबारा से काऊ कैचर का निर्माण कर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है। ग्रामीण राजेश कुमार, नेतराम ने बताया कि पूर्व के समय में बना काऊ कैचर सही था, जिसमें मिट्टी की नियमित सफाई होने से उसी का उपयोग अच्छे से किया जा सकता था, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के चलते उसे तोड़कर दोबारा से निर्माण करवा कर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है। अस्पताल प्रशासन की ओर से बनाया गया काऊ कैचर में करीब 35 हजार रुपए की लागत होने की बात सामने आई है, जबकि इसके निर्माण कार्य में पूर्व में लगे सामान को ही उपयोग में लिया गया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से नया काऊ कैचर लगाए जाने के बाद भी अस्पताल परिसर में आवारा पशुओं का जमघट लगा रहता है।

जिला कलेक्टर से मिलकर ग्रामीण करेंगे निर्माण कार्य की जांच की मांग
राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल में मुख्य द्वार पर बनाया गया काऊ कैचर अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। इसके निर्माण कार्य में हुई अनियमित को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही जिला कलेक्टर से मिलेगा और निर्माण कार्य में हुए सरकारी पैसे के दुरुपयोग को लेकर जांच की मांग की जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य में पूर्व में लगे सामान को दोबारा से लगाकर अधिक राशि का बिल उठाने की तैयारी की जा रही है। आमजन के हित में आने वाले सरकारी संस्थानों में इस प्रकार के होने वाले भ्रष्टाचार को रोकने को लेकर ग्रामीणों की ओर से प्रभावी कदम उठाए जाने की मांग की जाएगी।

इनका कहना है
इस मामले में हम आपको जानकारी नहीं दे सकते। आप आरटीआई लगाकर जानकारी ले सकते हो।
डॉ अक्षय शर्मा, प्रभारी उप जिला अस्पताल खेतड़ी

इनका कहना है
आपके माध्यम से मुझे जानकारी मिली है। मामले की जांच करवाई जाएगी और जो दोषी होगा उसके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सीएमएचओ नीमकाथाना

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