हुमायूं भट: तिरंगे में लिपटी देह… 29 दिन के बेटे के साथ बिलखती मां, एक साल पहले शादी; रुला देगी DSP की कहानी
तीनों बलिदानियों की शिनाख्त सेना मेडल पदक विजेता कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट के रूप में हुई है। तीनों मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए थे, बाद में उनकी मृत्यु हो गई।

तीनों बलिदानियों की शिनाख्त सेना मेडल पदक विजेता कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट के रूप में हुई है। तीनों मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए थे, बाद में उनकी मृत्यु हो गई।
हमले की जिम्मेदारी लश्कर फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। कर्नल मनप्रीत मोहाली के भड़ौजिया गांव, मेजर आशीष पानीपत के सेक्टर 7 और डीएसपी हुमायूं पुलवामा जिले के त्राल के रहने वाले थे। बताया जाता है कि कोकरनाग के गद्दल जंगल के इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद मंगलवार शाम को सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया।
रात में अभियान रोकने के बाद बुधवार सुबह आतंकियों की फिर से तलाश शुरू की गई। इस दौरान दहशतगर्दी के एक ठिकाने पर मौजूद होने की सूचना मिली। 19 आरआर के सीओ कर्नल मनप्रीत ने टीम का नेतृत्व करते हुए आतंकियों पर हमला बोल दिया। आतंकियों की फायरिंग में कर्नल, मेजर और डीएसपी गंभीर घायल हो गए।





शहीद डीएसपी हुमायूं भट्ट के परिवार में उनकी पत्नी और 29 दिन का बेटा है। डीएसपी हुमायूं भट का परिवार दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल का रहने वाले हैं। काफी समय से यहीं रह रहे हैं। करीब एक साल पहले शहीद डीएसपी हुमायूं भट की शादी हुई थी और उनका 29 दिन का एक बच्चा भी है। वो 2019 बैच के अधिकारी थे। हुमायूं के पिता गुलाम हसन भट्ट पूर्व डीआईजी हैं।