झुंझुनूं : जिला कलक्टर डॉ खुशाल का लगातार तीसरे दिन औचक निरीक्षण,बीडीके अस्पताल का लिया जायजा:दिखे नाखुश:
स्टेडियम के हर कोने का बारीकी से किया निरीक्षण, स्टेडियम में महिला खिलाडियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त रोशनी और सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश, खिलाड़ियों से किया संवाद, क्रिकेट के लिए नेटप्रेक्टिस समेत विभिन्न खेलों में बेहतरी के लिए की चर्चा। रोशनी, सफाई, खिलाड़ियों की डाईट आदि पर जिला खेल अधिकारी को दिए निर्देश, बीडीके अस्पताल में भी लिया जायजा
झुंझुनूं : जिला कलक्टर डॉ. खुशाल ने गुरुवार को लगातार तीसरे दिन औचक निरीक्षण किया। वे शाम 6 बजे अचानक स्वर्ण जयंती खेल स्टेडियम पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले वॉलीबॉल के खिलाड़ियों से संवाद कर उनकी आवश्यकताएं जानीं। इसके बाद बास्केटबॉल कोर्ट में भी खिलाड़ियों से परिचय लेते हुए बातचीत की। खिलाड़ियों ने बास्केटबॉल कोर्ट पर एक्रेलिक शीट्स बिछाने और लाईट्स की मांग रखी, जिस पर जिला कलक्टर ने सकारात्मक आश्वासन दिया। इसके बाद जिला कलक्टर बैडमिंटन के इंडोर कोर्ट पहुंचे जहां खिलाड़ियों ने बैडिमिंटन कोर्ट पर भी एक्रेलिक शीट लगाने की मांग रखी। इसके अलावा पर्याप्त हवा की व्यवस्था नहीं होने के चलते गर्मी से परेशानी की भी समस्या रखी।
डॉ खुशाल इसके बाद वॉकिंग पाथवे के निरीक्षण के लिए पहुंचे, जहां क्रिकेट की नेट प्रेक्टिस के लिए बनी जगह की बदहाली पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जिला क्रिकेट एसोसिएशन से समन्वय स्थापित करके इसे शुरु करवाया जाए। उन्होंने जिला खेल अधिकारी राजेश ओला को सफाई व्यवस्था भी अधिक सुचारू करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने इसके बाद खेलो इंडिया के तहत बने इंडोर स्टेडियम का भी अवलोकन किया और इसके चालू नहीं होने के संबंध में रिपोर्ट मांगी। उन्होंने यहां लाईट की व्यवस्था करवाकर शीघ्र चालू करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने इस दौरान वॉलीबाल अकादमी छात्रावास का भी निरीक्षण करते हुए यहां के हालातों का जायजा लिया। उन्होंने रसोई का बारीकी से निरीक्षण करते हुए खिलाड़ियों को पर्याप्त पोषण युक्त डाईट देने के निर्देश दिए। उन्होंने रसोई में डाईट चार्ट नहीं होने पर भी नाराजगी जताई। इसके बाद डॉ खुशाल ने मुख्य स्टेडियम में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं से संवाद किया और उनकी आवश्यकताएं जानी। जिस पर युवाओं ने उन्हें लाईट्स लगवाने की मांग रखी। इसके अलावा फुटबाल कोच महेंद्र सिंह ने फुटबाल मैदान पर घास लगवाने की मांग रखी, क्योंकि नेशनल लेवल खिलाड़ियों को घास के मैदान पर ही खेलना होता है, ऐसे में यहां मिट्टी में प्रेक्टिस होने पर वहां परफोर्मेंस पर असर पड़ता है। जिला कलक्टर ने इस संबंध में क्रीडा परिषद की बैठक शीघ्र बुलाने के निर्देश जिला खेल अधिकारी राजेश ओला को दिए। जिला कलक्टर ने स्टेडियम के बाहर उपलब्ध खेल सुविधाओं का बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने नवनिर्मित सिंथेटिक ट्रेक का भी निरीक्षण किया, जहां खिलाड़ियों ने महिला खिलाड़ियों के लिए वाशरूम दूर होने और चेंजिग रूम नहीं होने की समस्या रखी। जिस पर जिला कलक्टर ने समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान डॉ खुशाल ने महिला खिलाडियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त रोशनी और सीसीटीवी कैमरा लगवाने के निर्देश भी जिला खेल अधिकारी को दिए।
इसके बाद जिला कलक्टर राजकीय बीडीके अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण करते हुए यहां चिकित्सकों के रोस्टर, चिकित्सा सुविधाओं का निरीक्षण किया। पीएमओ डॉ. कमलेश झाझड़िया ने उन्हें इमरजेंसी वार्ड की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया। जिला कलक्टर डॉ. खुशाल ने इस दौरान मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पताल के निर्माण और ट्रोमा सेंटर के निर्माण की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने दवा वितरण केंद्र का भी निरीक्षण करते हुए उपलब्ध दवाईयों की जानकारी ली। इस दौरान एडीएम मुरारीलाल शर्मा, जिला पीआरओ हिमांशु सिंह भी साथ रहे।
बीडीके में सफाई व्यवस्था से दिखे नाखुश:
जिला कलक्टर डॉ खुशाल बीडीके अस्पताल में सफाई व्यवस्था ने नाखुश दिखे। उन्होंने पीएमओ डॉ कमलेश
झाझड़िया को इसमें सुधार करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने इंदिरा रसोई का भी निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।