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उत्तर प्रदेश-अयोध्या : महिला कॉन्स्टेबल से हुई बर्बरता की नहीं सुलझी गुत्थी:4 जिलों की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी, अभी नहीं बोल पा रही है सिपाही


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उत्तर प्रदेश-अयोध्या : महिला कॉन्स्टेबल से हुई बर्बरता की नहीं सुलझी गुत्थी:4 जिलों की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी, अभी नहीं बोल पा रही है सिपाही

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला सिपाही अर्धनग्न अवस्था में पाई गई थी. इस मामले में यूपी पुलिस ने सिपाही के साथ रेप की घटना से इनकार किया. वहीं इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसका संज्ञान लिया और पूछा कि मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई. आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी हुई या नहीं? आज 12 बजे दो जजों की बेंच केस की सुनवाई करेगी.

उत्तर प्रदेश-अयोध्या : उत्तर प्रदेश में सुरक्षा देने वाली एक महिला सिपाही दरिंदगी का शिकार हुई है. वो अयोध्या में एक ट्रेन में अर्धनग्न अवस्था में गंभीर हालत में पाई गई. सिपाही अभी अस्पताल में है और उसका इलाज चल रहा है, उसकी हालत गंभीर है. यूपी पुलिस ने सिपाही के साथ रेप की घटना से इनकार किया है. इस बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया. देर रात चीफ जस्टिस के घर पर बेंच लगी. छुट्टी के बावजूद सुनवाई हुई. कोर्ट ने आज 12 बजे तक मामले में की गई अबतक की कार्रवाई का ब्यौरा मांगा है. पूछा है कि आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी हुई या नहीं?

सावन झूला मेला ड्यूटी में तैनात महिला सिपाही के साथ सरयू एक्सप्रेस में हुई बर्बरता की गुत्थी घटना के 72 घंटे बाद भी नहीं सुलझ पाई है। आरोपियों को पकड़ने के लिए 4 जिलों की पुलिस जुटी है। जो एक-दूसरे से समन्वय स्थापित कर कड़ियों को जोड़ने में जुटे हैं। वहीं घायल सिपाही की तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है, लेकिन अभी वह कुछ बोल नहीं पा रही है।

सबसे पहले आपको पूरी घटना के बारे में बताते हैं…

मामला सरयू एक्सप्रेस ट्रेन का है. तीन दिन पहले महिला सिपाही इस ट्रेन में सवार थीं. उनकी तैनाती सुल्तानपुर में थी लेकिन अयोध्या के सावन मेले में उनकी ड्यूटी लगी थी. इस यात्रा के दौरान महिला सिपाही के साथ हैवानियत को अंजाम दिया गया. मनकापुर से अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच चलती ट्रेन में यह घटना हुई. अर्धनग्न और बेहोशी की हालत में ट्रेन में खून से लथपथ महिला सिपाही मिली थीं.

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने यूपी सरकार को भेजा नोटिस

हालत गंभीर होने की वजह से महिला सिपाही को इलाज के लिए लखनऊ के केजीएमयू में रेफर किया गया था. सिपाही की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. यूपी पुलिस ने पीड़ित सिपाही के साथ रेप की घटना से इंकार किया है. इस घटना पर इलाहाबाद हाई कोर्ट सख्त है. कोर्ट ने रविवार रात को सुनवाई के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है. दो जजों की बेंच ने आज सोमवार को जांच से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी को कोर्ट में सामने पेश होने कहा है. अफसर को कोर्ट में मौजूद होकर यह बताना होगा कि इस मामले में अबतक क्या एक्शन हुआ है?

कोर्ट ने रेलवे से लेकर यूपी सरकार तक के अधिकारी को किया तलब

सरकार को यह भी बताना होगा कि इस मामले में अभी तक आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी हुई या नहीं. कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई के दौरान रेलवे की तरफ से केंद्र सरकार के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल को मौजूद रहना होगा. रविवार रात को इस मामले में हुई सुनवाई में कोर्ट ने यूपी सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल मनीष गोयल, शासकीय अधिवक्ता एके संड, एडिशनल गवर्नमेंट एडवोकेट जेके उपाध्याय और एडिशनल चीफ स्टैंडिंग काउंसिल प्रियंका मिड्ढा को तलब किया था.

खून से लथपथ ट्रेन में पाई गई थीं महिला सिपाही

चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस आशुतोष श्रीवास्तव की डिवीजन बेंच ने इस केस की सुनवाई की. हाईकोर्ट के वकील राम कुमार कौशिक ने भी इस मामले में चीफ जस्टिस को एक लेटर देकर उनसे इसे जनहित याचिका के तौर पर स्वीकार किए जाने का अनुरोध किया था. महिला सिपाही के साथ तीन दिन पहले ट्रेन में हैवानियत की घटना हुई थी. सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में पीड़ित महिला सिपाही सवार थी और खून से लथपथ अर्धनग्न अवस्था में पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराई गई थीं. बताया जाता है कि महिला सिपाही की हालत गंभीर बनी हुई.

ट्रेन में लहूलुहान अवस्था में बेहोश मिली थी महिला सिपाही।
ट्रेन में लहूलुहान अवस्था में बेहोश मिली थी महिला सिपाही।

जीआरपी ने जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की
महिला सिपाही का इलाज लखनऊ में चल रहा है। भाई की तहरीर पर जीआरपी ने जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिसकर्मी के साथ हुई इस वारदात के खुलासे के लिए एसपी रेलवे, सीओ रेलवे के साथ सहयोग में सिविल और RPF पुलिस भी लगाई गई है।

जांच में नहीं मिला कोई ठोस सबूत
CCTV कैमरों को तलाशने और इधर-उधर पड़ताल के बावजूद अभी कोई खास क्लू नहीं मिल पाया है। मामले के विवेचक अयोध्या कैंट थाने के प्रभारी निरीक्षक पप्पू यादव का कहना है कि अभी जांच-पड़ताल की जा रही है। एसपी रेलवे और सीओ की निगरानी में छानबीन जारी है।

  • ये तीन सवाल जिसके जवाब तलाश रही पुलिस
  1. यह अयोध्या स्टेशन ना उतरकर मनकापुर क्यों चली गई।
  2. क्या जाते समय कोई अन्य व्यक्ति भी साथ में था।
  3. हमले के समय चिल्लाने की आवाज आखिर किसी के कानों तक क्यों नही पहुचीं।

जैसे कई प्रश्नों की गुत्थियों को सुलझाने में पुलिस जुटी है। घायल महिला सिपाही की दोस्तों से भी पूछताछ शुरू हो गई है। साथ ही मोबाइल का सीडीआर निकाल कर सभी कॉल और चैट को खंगाला जा रहा है। फिलहाल अब घायल महिला के बोलने का जांच टीमों को इंतजार है। इसके बाद मामले की पड़ताल आगे बढ़ेगी। एसपी रेलवे पूजा यादव का कहना है, “महिला दीवान के साथ लैंगिक अपराध की पुष्टि नहीं हुई है, मगर सवाल यह है कि वारदात करने वाले ने पुलिसकर्मी की पैंट क्यों उतारी ? अगर हमला पुरानी रंजिश अथवा अदावत में हुआ तो भी पैंट उतारे जाने की बात समझ में नहीं आती है।”

इन सवालों के जबाब भी खोज रही पुलिस
अगर लूट के लिए वारदात हुई तो उसका मोबाइल सुरक्षित कैसे रहा? संभावना यह भी जताई जा रही है कि मनकापुर रेलवे स्टेशन पर ही महिला पुलिसकर्मी किसी चोर-उचक्का गिरोह का शिकार हुई, लेकिन फिर पुराने सवाल उभरकर सामने आ जाते हैं। पुलिस को स्कॉर्ट ड्यूटी में तैनात जवानों की भूमिका और लापरवाही पर भी जवाब तलाशना होगा।

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