Panchayat 3 webseries : राजस्थान के इस छोटे से गांव से उठ कर बॉलीवुड में ऐसे चमके आसिफ खान
Gajab Bejjati Hai, Aasif khan : राजस्थान के एक कलाकार ने बहुत कम सयम में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. हम बात कर रहे हैं चित्तौरगढ़ के गांव निम्बाहेड़ा के आसिफ खान की, जिन्होंने मिर्जारपुर और पंचायत जैसे वेबसीरीजों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है.
Gajab Bejjati Hai, Aasif khan, Panchayat 3 webseries : फिल्म इंडस्ट्री के धांसू कलाकार आसिफ खान (Asif Khan) को आप भले ही नाम से ना पहचानते हों, लेकिन उनका चेहरा देखने के बाद आपके जहन में एक ही डायलॉग कौंध जाएगा ‘गजब बेज्जती है’. इस डायलॉग ने उन्हें खूब शोरत दी. वैसे तो Asif Khan फिल्मों में लंबे वक्त से काम कर रहे हैं, लेकिन मिर्जापुर और पंचायत जैसी वेब सीरीज ने उन्हें खूब सराहना दिलाई. बता दें, कि आसिफ खान राजस्थान के चित्तौरगढ़ के गांव निम्बाहेड़ा के रहने वाले हैं. जो आज बॉलीवुड का फेमस चेहरा हैं.
चित्तौरगढ़ के आसिफ खान (Asif Khan) के लिए यहां तक पहुंचने में बहुत स्ट्रगल करना पड़ा. शुरुआत के दिनों में उन्हें गुजारे के लिए वेटर की नौकरी तक करनी पड़ी थी. Asif Khan मिर्जापुर, पगलैट और पंचायत जैसी धाकड़ वेब सीरीजों में अपनी ऐक्टिंग का लोहा मनवा चुके हैं. बताया जाता है, कि शुरुआत में वो एक्टिंग और थिएटर के सपने देखा करते थे, जो आज मुकम्मल हो गया.
निम्बाहेड़ा के स्टैंड-अप कॉमेडियन थे आसिफ
द बैटर इंडिया को दिए एक इंटरब्यू में आसिफ खान (Asif Khan) ने बताया था कि उन्हें बचपन से ही लोगों को हंसाना अच्छा लगता था. उन्होंने बताया था, कि स्कूल में एक बार प्ले होने वाला था. प्ले में एक रोल था, जिसमें एक लड़के की पैंट उतारे जाने का रोल करना था. इसके लिए एक भी बच्चा सामने नहीं आया, जिसके बाद उन्होंने वो किरदार निभाया, और लोगों को खूब हंसाया था. आसिफ के परिवार में दो भाई और एक बहन हैं, लेकिन एक्टिंग से किसी का कोई ताल्लुक नहीं. वो गांव के लोगों को अपनी कॉमेडी से खूब हंसाते थे.
आसिफ खान के पिता की मौत के बाद आई तंगी
बताया जाता है, कि आसिफ खान के पिता JK सीमेंट कंपनी में काम करते थे. वो चाहते थे कि उनका बेटा भी फैक्ट्री में काम करे, लेकिन 2008 में अचानक उनके पिता का देहांत हो गया. जिससे परिवार पैसों की तंगी से जूझने लगा. इसी के चलते उन्हें ईवनिंग स्कूल में शिफ्ट होना पड़ गया था. जानकारी के अनुसार, जब उनके भाई की नौकरी लग गई, तो उन्होंने ऐक्टिंग की ओर रुख किया. वो राजस्थान के निकलकर बोरिवली पहुंच गए. इस दौरान वो अपने एक दोस्त के साथ रहते थे, लेकिन सिर्फ 11वीं तक पढ़े होने की वजह से उन्हें काम नहीं मिल रहा था. आखिरकार, उन्होंने एक होटल में वेटर काम करना शुरू कर दिया. इसके बाद कुछ वक्त तक मॉल में काम किया.
लग गया लंबा समय
शुरुआत में उन्हें लगता था, कि 6 महीन थियेटर में ऐक्टिंग सीखने के बाद वो मुंबई में काम करने लगेंगे, लेकिन धीरे-धीरे उन्हें काम मिलने में 6 साल लग गए. समय लगा, लेकिन आज वो फिल्मी दुनिया का उभरता चेहरा हैं. उन्होंने मिर्जापुर और पंचायत वेब सीरीज में अपने छोटे से रोल में भी बड़ी छाप छोड़ी है. राजस्थान का ये यंग कलाकार आज कई युवाओं के लिए प्रेरणा है.