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झुंझुनूं-खेतड़ी : बड़ाऊ पंचायत को झुंझुनूं में शामिल करने की मांग:तीन पंचायतों ने संभागीय आयुक्त को सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की दी चेतावनी


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झुंझुनूं-खेतड़ी : बड़ाऊ पंचायत को झुंझुनूं में शामिल करने की मांग:तीन पंचायतों ने संभागीय आयुक्त को सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की दी चेतावनी

खेतड़ी को जिला ना बनाकर किसी दूसरे नव-गठित जिले में शामिल करने का विरोध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा आये दिन नये ज्ञापन प्र्ससनिक अधिकारियों को मिल रहे है, यदि समाधान नहीं हुआ तो इसका खामियाजा वर्तमान सरकार को सायद नजदीकी चुनोवो में भी देखने को मिल सकता है।

झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी को जिला ना बनाकर किसी दूसरे नव-गठित जिले में शामिल करने का विरोध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा आये दिन नये ज्ञापन प्र्ससनिक अधिकारियों को मिल रहे है, यदि समाधान नहीं हुआ तो इसका खामियाजा वर्तमान सरकार को सायद नजदीकी चुनोवो में भी देखने को मिल सकता है। खेतड़ी के पास बडाऊ पंचायत के ग्रामीणों ने राज्य सरकार की ओर से नवगठित नीमकाथाना जिले से हटाकर झुंझुनूं जिले में शामिल करने की मांग की है। इस संबंध में गुरुवार तीन पंचायतों के ग्रामीणों ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन देकर समस्या से अवगत करवाया है। ग्रामीणों की ओर से संभागीय आयुक्त डॉ. ओपी यादव को ज्ञापन देकर बताया कि राज्य सरकार की ओर से नीमकाथाना को नवगठित जिला घोषित किया गया है, जिसमें मानोता जाटान, लोयल, चारावास ग्राम पंचायतों को छोड़कर संपूर्ण खेतड़ी तहसील को नवगठित जिले में शामिल किया गया।

मार्च माह में तीनों ग्राम पंचायतों के साथ ही बडाऊ पंचायत के लोग भी संघर्ष समिति में शामिल होकर झुंझुनू में रहने के लिए मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते बडाऊ, रसूलपुर और नंगली सलेदी सिंह पंचायत को नवगठित नीमकाथाना जिले में शामिल कर देने से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।

उन्होंने बताया कि पूर्व में बडाऊ पंचायत झुंझुनू जिले में शामिल थी, लेकिन नीमकाथाना जिले की दूरी अधिक होने के कारण लोगों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। भौगोलिक दृष्टि से पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण व संसाधनों का अभाव होने से पंचायत के लोगों को नीमकाथाना जाने में परेशानी उठानी पड़ेगी।

बड़ाऊ पंचायत को नीमकाथाना में शामिल नहीं करने को लेकर प्रतिनिधिमंडल के लोग जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से मिलकर भी अवगत करवाया गया था, लेकिन जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की अनदेखी से अब ग्रामीणों को मजबूरन आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है। विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि वह किसी भी सूरत में नीमकाथाना जिले में शामिल नहीं होंगे। यदि जल्द ही सरकार की ओर से झुंझुनू जिले में शामिल करने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए गए तो ग्रामीणों की ओर सर बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

इस दौरान ग्रामीणों की ओर से बड़ाऊ, रसूलपुर, नंगली सलेदी सिंह पंचायत व इनके अधीन आने वाले गांवों को झुंझुनूं जिले में शामिल करने की मांग की। इस मौके पर हनुमान सिंह, श्रवण सिंह, नाहर सिंह, रामचंद्र, बंशीधर वर्मा, साबिर खान, सत्यवीर सिंह, बनेसिंह, सरपंच जितेंद्र चांवरिया, जब्बार खान सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।

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