मनरेगा का नाम बदलने के विरोध में सीकर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
महात्मा गांधी का छायाचित्र लेकर निकाली शांतिपूर्ण रैली, आंदोलन की चेतावनी
जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत
सीकर : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदलने के विरोध में शुक्रवार को सीकर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से डाक बंगला से जिला कलेक्ट्रेट तक शांतिपूर्ण रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का छायाचित्र लेकर मौन धारण करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गठाला एवं सीकर नगर परिषद की निवर्तमान सभापति जीवण खां ने भाजपा सरकार पर मनरेगा का नाम बदलकर रोजगार की गारंटी को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस योजनाबद्ध तरीके से महात्मा गांधी के नाम को हटाने और ग्रामीण मजदूरों के अधिकारों को समाप्त करने की साजिश कर रही हैं।
वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर आज राज्यभर के जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण आक्रोश रैली निकालकर मनरेगा के नाम परिवर्तन का विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो आगामी दिनों में प्रदेश स्तरीय आंदोलन के साथ-साथ उपखंड स्तर पर भी विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
जिलाध्यक्ष सुनीता गठाला का बयान
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गठाला ने कहा कि केंद्र सरकार संसद में बिल लाकर मनरेगा का नाम बदल रही है, जबकि इसके साथ-साथ योजना के मूल उद्देश्य को भी बदलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार का एजेंडा हमेशा से पब्लिक सेक्टर का निजीकरण और जनकल्याणकारी योजनाओं के नाम बदलना रहा है।
उन्होंने कहा कि मनरेगा देश का एक ऐतिहासिक कानून है, जिसकी संयुक्त राष्ट्र संघ तक में सराहना की गई थी। इस योजना के तहत ग्रामीण बेरोजगारों को 100 दिन का रोजगार और काम नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता मिलता था। योजना में पहले 90 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार और 10 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करती थी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बड़ा लाभ मिलता था।
सुनीता गठाला ने आरोप लगाया कि नाम परिवर्तन के बाद प्रस्तावित नई व्यवस्था में केंद्र सरकार 60 प्रतिशत और राज्य सरकार 40 प्रतिशत खर्च वहन करेगी, जबकि राज्यों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे इतनी बड़ी राशि वहन कर सकें। उन्होंने केंद्र सरकार पर जीएसटी का बकाया दबाने का भी आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष शासित राज्यों में यह योजना प्रभावी रूप से लागू नहीं हो पाएगी, जिससे गरीब और मजदूर वर्ग पर सीधा असर पड़ेगा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक सरकार मनरेगा के नाम परिवर्तन और इसके पीछे के उद्देश्य को वापस नहीं लेती, तब तक कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन जारी रखेंगे।
देश
विदेश
प्रदेश
संपादकीय
वीडियो
आर्टिकल
व्यंजन
स्वास्थ्य
बॉलीवुड
G.K
खेल
बिजनेस
गैजेट्स
पर्यटन
राजनीति
मौसम
ऑटो-वर्ल्ड
करियर/शिक्षा
लाइफस्टाइल
धर्म/ज्योतिष
सरकारी योजना
फेक न्यूज एक्सपोज़
मनोरंजन
क्राइम
चुनाव
ट्रेंडिंग
Covid-19







Total views : 1972901


