[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

संविधान दिवस समारोह: सिंघानिया विश्वविद्यालय में गूँजा संदेश—‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़बुहानाराजस्थानराज्य

संविधान दिवस समारोह: सिंघानिया विश्वविद्यालय में गूँजा संदेश—‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’

स्कूल ऑफ लॉ ने धूमधाम से मनाया संविधान दिवस, अतिथियों ने रखे प्रेरक विचार

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अयूब खान

पचेरी कलां : सिंघानिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ में 26 नवंबर को संविधान दिवस बड़े हर्ष और उत्साह से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत एडमिन ब्लॉक में आयोजित लेखन प्रतियोगिता से हुई, जिसमें विभिन्न स्कूलों से आए विद्यार्थियों ने भारतीय संविधान के महत्व और उसकी मूल भावना पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण से हुआ। इसके बाद शेखावाटी सभागार में अतिथियों का पारंपरिक तिलक, शॉल और मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में संदीप नेहरा (चेयरमैन, नोबल ग्रुप ऑफ एजुकेशन), विकास दौराता (निदेशक, कृष्णा पब्लिक स्कूल, डूमोली-खुर्द), समाजसेवी राव अजीत सिंह (संतोर), अधिवक्ता सुरेंद्र यादव और अधिवक्ता अजीत सिंह तंवर (अध्यक्ष, बार एसोसिएशन खेतड़ी) उपस्थित रहे।

कैंपस डायरेक्टर प्रो. (डॉ.) पी.एस. जस्सल ने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों का अभिनंदन किया। मुख्य अतिथि अधिवक्ता अजीत सिंह तंवर ने संविधान को समाज की आत्मा बताते हुए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। राव अजीत सिंह ने समय के सदुपयोग, शिक्षा और संस्कारों के महत्व पर जोर दिया।

संदीप नेहरा ने संविधान के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को इसके महत्व से अवगत कराया और विश्वविद्यालय के विकसित होते शैक्षणिक परिवेश की सराहना की। विकास दौराता ने विद्यार्थियों से संस्थान पर विश्वास बनाए रखने की अपील की। रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान हाशमी ने कहा कि संविधान हमारे पूरे सिस्टम को संचालित करने की सबसे महत्वपूर्ण शक्ति है।

विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार (सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी) ने बताया कि चेयरमैन श्री रवि सिंघानिया संस्थापक स्व. डी.सी. सिंघानिया के विज़न को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने घोषणा की कि विश्वविद्यालय के फुटबॉल ग्राउंड को रेज़ांगला के शहीदों को समर्पित किया गया है और इसका अनावरण फरवरी में रक्षा कर्मियों की उपस्थिति में होगा।

कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफ़ेसर अल्का यादव और सहायक प्रोफ़ेसर साहिल कुमार ने किया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक ने संविधान की प्रासंगिकता और सामाजिक संदेश को प्रभावी रूप से सामने रखा।

लेखन प्रतियोगिता में : प्रथम—छवि शर्मा (कोयल पब्लिक स्कूल, नारनौल): ₹10,000, द्वितीय—मानसी (सरकारी विद्यालय, नांगल काठा): ₹7,000, तृतीय—आनिया (नर्मदा देवी सिंघानिया इंटरनेशनल स्कूल): ₹4,000 पुरस्कारों से सम्मानित की गईं।

कार्यक्रम का समापन डीन, विधि संकाय डॉ. सुनील कुमार चतुर्वेदी के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक वाचन और राष्ट्रगान के साथ हुआ।

Related Articles