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भगवान श्री राम के राज्याभिषेक के साथ कथा का समापन


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भगवान श्री राम के राज्याभिषेक के साथ कथा का समापन

श्री ठड्डे वाले बालाजी मंदिर में देर रात तक चली राम कथा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता :  रविन्द्र पारीक

मुकुंदगढ़ : शहर में स्थित श्री ठड्डे वाले बालाजी मंदिर परिसर में चल रही नौ दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा के अंतिम दिन कथा वाचक धर्मदास महाराज अयोध्या वाले ने भगवान श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान और रावण जैसे पात्रों के जीवंत मंचन का अवलोकन किया। राम कथा के अंतिम दिन रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण वध के प्रसंगों का प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया, जिसने दर्शकों को खूब प्रभावित किया।भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने के बाद रामराज्य स्थापना एवं राजतिलक का दृश्य प्रस्तुत किया गया। इस अवसर त्यागी जी महाराज ने वशिष्ठ का रूप अदा करते हुए प्रभु श्रीराम का तिलक लगाकर राज्याभिषेक किया गया। इस अवसर पर भक्तों ने ‘जय श्रीराम’ के नारों से पूरा पांडाल गुंजायमान कर दिया। नवधा भक्ति, रामसेतु निर्माण, लंका दहन ,रावण वध अयोध्या में भगवान राम की वापसी के साथ ही श्री राम का राज्याभिषेक की कथा सुनाई। मंदिर पुजारी सुभाष शर्मा ने बताया की कथा के अंतिम दिन शुक्रवार को महा मंगल आरती हनुमान जी की आरती के साथ ही प्रभु श्री राम की संजीव झांकियो पर पुष्प वर्षा करते हुए। आतिशबाजी कि गयी ।संगीत मंडली द्वारा अनेकानेक भजन सुनाए। वही संजीव झांकियां में श्री राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान बने बच्चों ने सभी श्रोताओं का मन मोह लिया। कथावाचक धर्मदास महाराज अयोध्या वाले ने पुजारी सुभाष शर्मा को रामचरित्र मानस भेंट कर सम्मान किया। कथा वाचक ने कहा कि राम कथा से सभी को प्रभू श्री राम के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए। और नौ दिवसीय श्री राम कथा का अनुसरण करना चाहिए। राम कथा के अंत में हवन शांति महाआरती और प्रसादी वितरण किया गया ।समापन के दिन हजारों भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

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