झुंझुनू में निकली डायबिटीज जागरूकता रैली:नारों के साथ सड़क पर उतरे डॉक्टर; बीडीके हॉस्पिटल में मुफ्त डायबिटीज स्क्रीनिंग कैंप
झुंझुनू में निकली डायबिटीज जागरूकता रैली:नारों के साथ सड़क पर उतरे डॉक्टर; बीडीके हॉस्पिटल में मुफ्त डायबिटीज स्क्रीनिंग कैंप
झुंझुनूं : झुंझुनूं के बीडीके हॉस्पिटल ने विश्व डायबिटीज दिवस के अवसर पर शुक्रवार को ‘मिशन मधुबरी’ के चलते डायबिटीज जागरूकता रैली निकाली। इस पहल के तहत हॉस्पिटल परिसर में आमजन के लिए निशुल्क डायबिटीज स्क्रीनिंग कैंप भी शुरू किया गया है, ताकि समय पर बीमारी की पहचान और उपचार सुनिश्चित किया जा सके।
PMO डॉ जितेंद्र भांबू ने नारों के साथ सड़क पर उतरी जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और छात्रों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस रैली का मुख्य उद्देश्य आमजन, खासकर युवाओं और बच्चों में मधुमेह (डायबिटीज) के बढ़ते खतरे के प्रति सचेत करना और बचाव के उपायों को घर-घर तक पहुंचाना था।
संदेश लेकर सड़क पर उतरे डॉक्टर और छात्र
विश्व डायबिटीज दिवस के मौके पर बीडीके अस्पताल ने समाज को स्वस्थ रखने की दिशा में एक सशक्त कदम बढ़ाया। अस्पताल के पीएमओ डॉ. जितेंद्र भांबू ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली बीडीके अस्पताल से नगर परिषद और रोडवेज बस स्टैंड होते हुए वापस अस्पताल परिसर पहुंची।
रैली में शामिल डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने हाथों में “डायबिटीज को दूर भगाएं, स्वस्थ जीवन अपनाएं”, “शुगर बढ़ने से पहले संभल जाएं” और “संतुलित भोजन–स्वस्थ जीवन” जैसे नारों वाली तख्तियां थाम रखी थीं। इन नारों के माध्यम से प्रतिभागियों ने न केवल आमजन का ध्यान खींचा, बल्कि उन्हें रोककर मधुमेह के लक्षण, रोकथाम और नियमित जांच की महत्ता भी समझाई।
अब गांवों और बच्चों में भी फैल रहा ‘साइलेंट किलर’
डॉक्टरों ने रैली के दौरान एक गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मधुमेह अब केवल शहरी या अधिक उम्र के लोगों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि तेजी से गांवों और युवाओं में भी फैल रहा है। वरिष्ठ डॉक्टरों ने मधुमेह को ‘साइलेंट किलर’ बताते हुए आगाह किया कि यह किडनी, आंख, हृदय और नसों समेत शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है। देर से पता चलने पर इसके दुष्परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
बच्चों और किशोरों पर विशेष ध्यान
इस वर्ष के कार्यक्रम को विशेष रूप से ‘मिशन मधुबरी’ के तहत आयोजित किया गया है। पीएमओ डॉ. भांबू ने बताया कि अब बच्चे और किशोर भी मधुमेह से प्रभावित हो रहे हैं। इसका बड़ा कारण बदलती जीवनशैली, जंक फूड का बढ़ता उपयोग और शारीरिक सक्रियता में कमी है। मिशन के अंतर्गत स्कूल-जा रहे बच्चों का भी परीक्षण किया जा रहा है, ताकि शुरुआती अवस्था में ही बीमारी की पहचान कर तुरंत उपचार शुरू किया जा सके।
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