भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के के गुप्ता ने पंजाब के राज्यपाल और राजस्थान के कद्दावर दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की पुरजोर माँग
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के के गुप्ता ने पंजाब के राज्यपाल और राजस्थान के कद्दावर दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की पुरजोर माँग
नई दिल्ली/जयपुर/उदयपुर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और डूंगरपुर नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष के के गुप्ता ने पंजाब के राज्यपाल और राजस्थान के कद्दावर दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया को भाजपा का राष्ट्रीय बनाने की पुरजोर माँग की है ।
गुप्ता ने कहा कि भाजपा दक्षिण और पश्चिम भारत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में चल रही है, ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उत्तर भारत के अनुभवी नेता का चयन क्षेत्रीय संतुलन और संगठनात्मक एकता को और मजबूत करेगा। इस दृष्टि से कटारिया का नाम स्वाभाविक रूप से प्रासंगिक बनता है।
गुप्ता ने कहा है कि भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चल रही संभावित मंथन और उत्तर एवं दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनाने की खींचतान के बीच पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया सबसे उपयुक्त नेता है। वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के निष्ठावान स्वयंसेवक होने के साथ ही उनके लंबे राजनीतिक अनुभव, संगठनात्मक पकड़ और वैचारिक निष्ठा के कारण उन्हें इस पद के लिए एक संतुलित और स्वाभाविक दावेदार माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए क्षेत्रीय संतुलन हमेशा एक महत्वपूर्ण पहलू रहा है। गुलाब चंद कटारिया का नाम इस दृष्टि से भी संतुलित माना जा सकता है। वे राजस्थान जैसे देश के सबसे बड़े भौगोलिक प्रदेश से आते हैं, जहाँ भाजपा का मजबूत जनाधार है, साथ ही उनकी स्वीकृति उत्तर भारत के कई राज्यों में भी है।
गुप्ता ने कहा कि गुलाब चंद कटारिया का राजनीतिक जीवन चार दशक से भी अधिक पुराना है। वे राजस्थान की राजनीति के उन चुनिंदा नेताओं में हैं जिन्होंने जनसंघ के दौर से लेकर भाजपा की आज की सशक्त स्थिति तक पार्टी के उतार–चढ़ाव को बहुत करीब से देखा और दिशा दीहै । उदयपुर से अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वाले कटारिया पहली बार 1977 में विधायक बने और उसके बाद वे कई बार विधानसभा सदस्य, मंत्री, और विपक्ष के नेता रहे। उनका राजनीतिक जीवन हमेशा संगठन और कार्यकर्ता आधारित राजनीति से जुड़ा रहा है।कटारिया भाजपा संगठन का मजबूत स्तंभ है। राजस्थान में पार्टी के विस्तार, बूथ सुदृढ़ीकरण और कार्यकर्ता प्रशिक्षण में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है। वे ऐसे नेता हैं जिन्होंने हमेशा विचारधारा और संगठन को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर रखा। यही कारण है कि भाजपा के अंदर हर गुट उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखता है।उनकी पहचान एक कुशल प्रबंधक और अनुशासित कार्यकर्ता की रही है। संगठन के भीतर उनकी लोकप्रियता का कारण उनकी संवाद शैली और सादगी है ।वे हर स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद रखते हैं और उनकी समस्याओं को समझते हैं।
उन्होंने कहा कि गुलाब चंद कटारिया का जीवन संघ की पृष्ठभूमि से प्रभावित रहा है। वे बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर एस एस ) से जुड़े रहे हैं और उसकी विचारधारा को व्यवहार में उतारने के लिए जाने जाते हैं। यही वैचारिक दृढ़ता उन्हें पार्टी के कोर नेतृत्व के लिए भरोसेमंद बनाती है।उनकी सादगी, स्वच्छ छवि और संयमित वाणी ने उन्हें हमेशा एक आदर्श राजनीतिक व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया है। राजनीति में विवादों से दूर रहकर उन्होंने “कार्य से पहचान” की नीति अपनाई, जो उन्हें युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनाती है।राजस्थान में बतौर गृह मंत्री और विपक्ष के नेता, गुलाब चंद कटारिया ने प्रशासनिक और संगठनात्मक दोनों मोर्चों पर अपनी दक्षता साबित की। वे निर्णय लेने में दृढ़ लेकिन व्यवहार में संयमी माने जाते हैं। यही गुण उन्हें भाजपा के शीर्ष पद के लिए उपयुक्त बनाते हैं जहाँ संगठनात्मक अनुशासन और राजनीतिक सूझबूझ दोनों की आवश्यकता होती है।उनके पास अनुभव और नैतिक विश्वसनीयता का अद्भुत संयोजन है। इस कारण वे न केवल वरिष्ठ नेताओं का विश्वास जीत सकते हैं, बल्कि युवा कार्यकर्ताओं के बीच भी प्रेरक भूमिका निभा सकते हैं।
गुप्ता ने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिया गया हर निर्णय केवल संगठनात्मक नहीं होता, बल्कि वह राजनीतिक संदेश भी देता है। यदि गुलाब चंद कटारिया जैसे वरिष्ठ और अनुशासित नेता को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जाती है, तो यह स्पष्ट संकेत होगा कि पार्टी अपने वरिष्ठ और समर्पित कार्यकर्ताओं के अनुभव को सर्वोच्च सम्मान देती है।यह संदेश कार्यकर्ताओं तक यह भावना भी पहुँचाएगा कि संगठन में अनुशासन, सादगी और निष्ठा का मूल्य अभी भी सर्वोपरि है।भाजपा आने वाले समय में कई राज्यों के विधानसभा चुनावों और 2029 के लोकसभा चुनाव की दिशा में अपनी रणनीति तैयार कर रही है। ऐसे समय में पार्टी को एक ऐसा राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहिए जो न केवल संगठन की रीढ़ को मजबूत रखे, बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच विश्वास का सेतु बने। गुलाब चंद कटारिया की छवि और कार्यशैली इस भूमिका के लिए उपयुक्त प्रतीत होती है।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चल रही आंतरिक चर्चा में गुलाब चंद कटारिया का नाम केवल एक राजनीतिक संभावना नहीं, बल्कि एक संतुलित विकल्प के रूप में उभरता है।वे उस पीढ़ी के नेता हैं जिन्होंने भाजपा को विचार से जनआंदोलन बनाया। यदि पार्टी उन्हें शीर्ष पद की जिम्मेदारी सौंपती है, तो यह न केवल संगठन की परिपक्वता का प्रतीक होगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि भाजपा आज भी अपने संघर्ष, निष्ठा और अनुशासन के मूल मंत्र को सर्वोच्च मानती है।
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