नवलगढ़ नगरपालिका साधारण सभा बैठक कार्यवाही निरस्त करवाने के लिए पार्षदों ने जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
नवलगढ़ नगरपालिका साधारण सभा बैठक कार्यवाही निरस्त करवाने के लिए पार्षदों ने जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : नगरपालिका नवलगढ़ की साधारण सभा की 25 अक्टूबर को आयोजित बैठक शुरू होने से पूर्व ही सभागार में शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। नगरपालिका सभागार में बैठक के निर्धारित समय से डेढ़ घंटा बीत जाने के बाद कांग्रेस के करीब 20 से अधिक पार्षदों ने बैठक शुरू करवाने की मांग की थी। लेकिन पालिका ईओ ने बैठक फिर भी शुरू नहीं करवाई तो कांग्रेस पार्षदों ने पालिका प्रशासन पर मनमानी व भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए नारेबाजी की थी और सभागार से बाहर चले गए थे। इसी बैठक के विरोध में बुधवार को एक बार फिर कांग्रेस पार्षदों ने विरोध करते हुए जिला कलक्टर अरूण गर्ग को ज्ञापन सौंपकर 25 अक्टूबर को आहूत की गई नगरपालिका की बैठक की कार्यवाही निरस्त करने की मांग की है।
ज्ञापन देने वालों में पार्षद अदनान खत्री, अनिल शर्मा, लोकेश जांगिड़, विष्णु कुमावत, प्रवीण जैन, विजय कुमार, आरीफ चौहान, महेंद्र सैनी, मीरा देवी, ममता रोलन, प्रदीप शर्मा, पुष्पा देवी, तबस्सुम, नईमा बानो, रिंकू कुमार, खतीजा बानो, छीतरमल सैनी, विनोद कुमार घूघरवाल सहित अन्य पार्षद शामिल रहे। नवलगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बलदेव सैनी भी ज्ञापन देते समय पार्षदों के साथ रहे। ज्ञापन की प्रतियां मुख्यमंत्री, जिले के प्रभारी मंत्री, स्वायत्त शासन मंत्री, मुख्य सचिव, स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक को भी प्रेषित की गई।
ज्ञापन द्वारा की गई मुख्य मांग
नवलगढ़ नगरपालिका के पार्षदों द्वारा जिला कलक्टर को सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार 25 अक्टूबर 2025 को अधिशाषी अधिकारी (सहायक अग्निशमन अधिकारी) द्वारा बोर्ड बैठक का समय सुबह 11.15 बजे रखा गया था। बैठक में सत्ता पक्ष व विपक्ष के 35 पार्षद मौजूद थे। लेकिन अधिशाषी अधिकारी कंवरपाल सिंह (एएफओ) द्वारा विपक्ष के 20 पार्षदों को बैठक में हस्ताक्षर करने के लिए रजिस्टर नहीं दिया। विपक्षी पार्षदों ने अधिशाषी अधिकारी व नगरपालिका अध्यक्ष से उपस्थिति रजिस्टर दिए जाने के लिए बार-बार मांग की तो भी रजिस्टर नहीं दिया गया। साथ ही बैठक शुरू करने के लिए डेढ़ घंटे तक मांग करते रहे। लेकिन अधिशाषी अधिकारी ने ना तो कोई जवाब दिया और ना ही बैठक शुरू करने की सूचना दी। थक हार कर डेढ़ घंटे बाद पार्षद हॉल से बाहर आ गए। इसके 1 घंटे बाद सत्ता पक्ष ने अपने 15 पार्षद बुलाकर एजेंडा पढक़र पास कर लिया जिस पर किसी प्रकार की चर्चा नहीं हुई।
एजेंडे में लगभग 15 करोड़ रुपए के कार्य स्वीकृत करवाए गए। एजेंडे के 3 करोड़ से अधिक कार्यों के लिए ना तो विशेष स्थान का चयन किया गया और ना ही आज तक तकनीकी स्वीकृति ली गई। यह लोग नगरपालिका की वित्तीय स्थिति का आंकलन किए बिना टेंडर निकालकर अपने लोगों को काम देकर भ्रष्टाचार करना चाहते हैं। इसलिए इस बैठक के एजेंडा का विरोध करते हैं और संख्या 1 से 13 तक सभी प्रस्ताव खारिज करते हैं। इन कार्यों के प्रस्तावों के लिए नवलगढ़ नगरपालिका के पास पर्याप्त राशि भी नहीं हैं।
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