न्यू सॉन्ग ‘झुर झुर रोव अंखियां’ ने मचाई सोशल मीडिया पर धूम, झुंझुनूं के गायक जाकिर अब्बासी फिर चर्चा में
न्यू सॉन्ग ‘झुर झुर रोव अंखियां’ ने मचाई सोशल मीडिया पर धूम, झुंझुनूं के गायक जाकिर अब्बासी फिर चर्चा में
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : शेखावाटी की मिट्टी से निकले स्वररत्न गायक ज़ाकिर अब्बासी ‘दिलबर’ का नया सॉन्ग “झुर झुर रोव अंखियां” सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है। 15 अक्टूबर को बज़्म-ए-मौसिकी के ऑफिशियल फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर रिलीज यह गीत कुछ ही दिनों में वायरल हो गया है।
गायक ज़ाकिर अब्बासी की मधुर आवाज़ और भावपूर्ण बोल युवाओं के दिल को छू रहे हैं। खासकर प्यार में धोखा खाने वाले युवाओं के लिए यह गीत दर्द-ए-दिल की सच्ची अभिव्यक्ति बन गया है। झुंझुनूं के मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले जाकिर ने बिना किसी संगीत प्रशिक्षण के अपने गीत स्वयं लिखे और कंपोज किए हैं। उन्होंने बताया कि यह गीत सूफी गायक हंस राज हंस के “पायल छम छम बाजे” से प्रेरित है।
ज़ाकिर के इस गीत को सुनकर बॉलीवुड के कई नामचीन कलाकारों-संगीतकार दिलीप सैन, गायक सुदेश भोंसले, एक्टर अली खान, क्राइम पेट्रोल फेम गुलशन पांडे, गायिका सीमा मिश्रा, और आईएएस रवि जैन ने वीडियो संदेश भेजकर उनकी हौसला-अफ़ज़ाई की।
ज़ाकिर अब्बासी ने कहा कि वे जल्द ही अपने नए हिंदी और राजस्थानी गीत लेकर आ रहे हैं, जिनमें “मुझको रुला के ज़ालिम”, “बेवफा से दिल लगाकर रो दिए”, “तू भी अकेली रोव मैं भी अकेला रोऊं” और “पीहर हाले आशिक तेरे सांसरिये में” जैसे गीत शामिल हैं। “मेरा मकसद सिर्फ गाना नहीं, बल्कि शेखावाटी की संस्कृति को संगीत के जरिए दुनिया तक पहुंचाना है।” – जाकिर अब्बासी ‘दिलबर’
देश
विदेश
प्रदेश
संपादकीय
वीडियो
आर्टिकल
व्यंजन
स्वास्थ्य
बॉलीवुड
G.K
खेल
बिजनेस
गैजेट्स
पर्यटन
राजनीति
मौसम
ऑटो-वर्ल्ड
करियर/शिक्षा
लाइफस्टाइल
धर्म/ज्योतिष
सरकारी योजना
फेक न्यूज एक्सपोज़
मनोरंजन
क्राइम
चुनाव
ट्रेंडिंग
Covid-19






Total views : 1885584


