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बाल विवाह मुक्त झुंझुनूं हमारा लक्ष्य : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर निकली जनजागरण रैली


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बाल विवाह मुक्त झुंझुनूं हमारा लक्ष्य : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर निकली जनजागरण रैली

महिला अधिकारिता विभाग की पहल - बेटियों के समान अधिकार और सुरक्षित बचपन का दिया संदेश

झुंझुनूं : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सोमवार को महिला अधिकारिता विभाग की ओर से बाल विवाह जैसी कुप्रथा के खिलाफ जनजागरण रैली निकाली गई। “बाल विवाह एक अभिशाप है” और “बाल विवाह मुक्त झुंझुनूं हमारा लक्ष्य है” जैसे नारों से गूंजती यह रैली पूरे शहर में बाल विवाह उन्मूलन का संदेश देती रही। कार्यक्रम का उद्देश्य आमजन को यह समझाना था कि बाल विवाह न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि समाज की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा भी है।

पीरू सिंह स्कूल से हुई शुरुआत

रैली की शुरुआत परमवीर चक्र विजेता शहीद पीरू सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान से हुई। महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला और भाजपा नेता प्यारेलाल ढुकिया ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली शहर के मुख्य मार्गों— अंबेडकर सर्किल, बस स्टैंड, गांधी चौक और स्टेशन रोड से होते हुए वापस स्कूल मैदान पर पहुंचकर संपन्न हुई।

बेटियों को बराबरी का अवसर मिले

रैली में महिलाओं और बालिकाओं ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर लोगों को संदेश दिया कि समाज तभी आगे बढ़ सकता है जब बेटियों को बराबरी का अवसर मिले और उनका बचपन सुरक्षित हो। इस अवसर पर स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, कॉलेज छात्राएं, स्कूली बालिकाएं और महिला पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में शामिल हुईं। महिला पुलिसकर्मियों ने बताया कि बाल विवाह न केवल गैरकानूनी है बल्कि इसके दुष्परिणाम पीढ़ियों तक असर डालते हैं – जैसे कम उम्र में मातृत्व, स्वास्थ्य जोखिम, शिक्षा से वंचित होना और आत्मनिर्भरता की कमी।

समाज को आगे आकर निभानी होगी भूमिका

महिला अधिकारिता विभाग की टीम ने रैली मार्ग पर लोगों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 की जानकारी दी। इस कानून के तहत बाल विवाह कराने, सहायता देने या प्रोत्साहित करने वालों के खिलाफ सख्त सजा का प्रावधान है। उपनिदेशक विप्लव न्यौला ने कहा कि “बाल विवाह की रोकथाम के लिए प्रशासनिक कार्रवाई के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता बेहद जरूरी है। कानून अकेले इस बुराई को नहीं रोक सकता, जब तक समाज खुद आगे नहीं आएगा।”

सप्ताहभर चलेंगे जागरूकता कार्यक्रम

न्यौला ने बताया कि बालिका दिवस के अवसर पर जिलेभर में सप्ताहभर चलने वाले विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू की गई है। इसमें निबंध प्रतियोगिता, संवाद सत्र, नुक्कड़ नाटक और सामुदायिक चर्चा जैसे आयोजन शामिल रहेंगे, जिनका उद्देश्य समाज में बाल विवाह के खिलाफ चेतना और संवाद को बढ़ाना है।

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