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तातीजा में समाज सुधार समिति गठित, 15 नियम लागू: फिजूलखर्ची रोकने और कुप्रथाएं खत्म करने का सर्वसम्मति से लिया फैसला


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तातीजा में समाज सुधार समिति गठित, 15 नियम लागू: फिजूलखर्ची रोकने और कुप्रथाएं खत्म करने का सर्वसम्मति से लिया फैसला

तातीजा में समाज सुधार समिति गठित, 15 नियम लागू: फिजूलखर्ची रोकने और कुप्रथाएं खत्म करने का सर्वसम्मति से लिया फैसला

जनमानस शेखावाटी संवाददाता :  विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत तातीजा में जय बाबा भैया गौशाला परिसर में गुर्जर समाज सुधार समिति का गठन किया गया। समिति की पहली बैठक में हर ढाणी से एक-एक प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता हवलदार नत्थू सिंह ने की। समाज में बढ़ती फिजूलखर्ची, कुप्रथाओं और रूढ़िवादी परंपराओं को खत्म करने के उद्देश्य से 15 ठोस प्रस्तावों पर चर्चा की गई और सभी को सर्वसम्मति से लागू किया गया।

विवाह समारोहों में अनावश्यक खर्च रोकने के लिए परावणी व चौकी पर केवल 101 रुपये सगुन तय किया गया। सगाई, मिलनी और रोकना जैसे कार्यक्रम बंद करने पर सहमति बनी। मृत्यु भोज, स्वामणी और काज में अधिक खर्च रोकने के साथ पुत्र जन्म पर भोज, दसोटन, छुछक और पेज जैसी परंपराओं को समाप्त करने का निर्णय लिया गया।लग्न-टिका में 101 रुपये से अधिक नेग लेने-देने पर रोक लगाई गई। शोकसभा में आगंतुकों को भोजन व नाश्ता बंद रखने का निर्णय लिया गया।

महिलाओं द्वारा सामाजिक अवसरों पर बर्तन बांटने की परंपरा खत्म की गई। लड़की की शादी में थोक व परिवार से बाहर गांव में भोज कराना अमान्य माना गया तथा केवल कन्यादान में गांव की सहभागिता तय की गई।भात न्योतने के लिए केवल बेटी और दामाद को बुलाने का प्रस्ताव पारित किया गया। छठी की रात का कार्यक्रम बंद किया गया और केवल परिवार तक सीमित रखने पर सहमति बनी। सामाजिक आयोजनों में शराब के स्टॉल और डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया।

भात में लेन-देन केवल परिवार तक सीमित रहेगा। जिमणवार में शाम 5 बजे के बाद गांव का कोई व्यक्ति शामिल नहीं होगा। मृत्यु के बाद बरसी, पान और श्राद्ध केवल घर तक सीमित रहेंगे तथा बड़े भोज और स्वामणियां नहीं होंगी। शादी में बच्चों को बान देने की प्रथा भी परिवार तक सीमित की गई।

कार्यक्रम में ताराचंद, जयराम साहब, सूबेदार सुमेर सिंह, महेश कसाना, हंसराज कसाना, फूलाराम, बिडदाराम, अध्यापक महेश दायमा, मुकेश खटाना, मोती बजाड़, महेश जांगिड़, रामकिशन गुर्जर, नत्थू गंगाला, मुकेश कसाना सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

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