कांग्रेस ने नीमकाथाना जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन मांगे:पर्यवेक्षक पांसे बोले- इस बार दिल्ली से नहीं, कार्यकर्ताओं की इच्छा से बनेगा डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट
कांग्रेस ने नीमकाथाना जिलाध्यक्ष के लिए आवेदन मांगे:पर्यवेक्षक पांसे बोले- इस बार दिल्ली से नहीं, कार्यकर्ताओं की इच्छा से बनेगा डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट

श्रीमाधोपुर : श्रीमाधोपुर के सरस्वती गार्डन में रविवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के निर्देश पर संगठन सृजन अभियान और कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुनाव को लेकर बैठक हुई। मध्य प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और प्रभारी सुखदेव पांसे अपनी टीम के साथ मौजूद रहे। इस दौरान नीमकाथाना जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए।
‘जिलाध्यक्ष दिल्ली से नहीं, कार्यकर्ताओं की राय से बने’
प्रभारी सुखदेव पांसे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया- राहुल गांधी के निर्देश पर देशभर में संगठन सृजन अभियान चलाया जा रहा है। उन्हें सीकर और नीमकाथाना का प्रभारी नियुक्त किया गया है। पांसे ने कहा कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की मंशा है कि जिलाध्यक्ष दिल्ली से नहीं, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं की राय और इच्छा से चुने जाएं।
पांसे ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने नीमकाथाना को जिले का दर्जा दिया था, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे हटाकर जनता के साथ अन्याय किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कांग्रेस सरकार आने पर नीमकाथाना को फिर से जिले का दर्जा दिलाया जाएगा।
‘विकास कार्यों का श्रेय भाजपा ले रही है’
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और श्रीमाधोपुर के पूर्व विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने सभा को संबोधित करते हुए अपने कार्यकाल में हुए विकास कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस द्वारा स्वीकृत विकास कार्यों का श्रेय अब भाजपा ले रही है। शेखावत ने अजीतगढ़ पंचायत समिति, श्रीमाधोपुर में गर्ल्स कॉलेज, गर्ल्स छात्रावास और नई सड़कों को कांग्रेस की देन बताया।
बैठक को सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर और कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता गठाला ने भी संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व पीसीसी सचिव बालेंदु सिंह शेखावत, ब्लॉक अध्यक्ष रामप्रकाश सैनी, अजीतगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद स्वामी सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पर्यवेक्षक जिले में स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। ये रिपोर्ट पार्टी हाई कमान को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर नए जिला अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और सहभागिता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया है।