भव्य ‘राजतिलक’ के साथ नवलगढ़ की 59वीं रामलीला का समापन
भव्य 'राजतिलक' के साथ नवलगढ़ की 59वीं रामलीला का समापन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : रामलीला समिति नवलगढ़ द्वारा आयोजित, शहर की ऐतिहासिक 59वीं रामलीला का मंचन इस वर्ष भी दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ते हुए 3 अक्टूबर को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। 22 सितंबर से नवरात्र के दिनों में सूर्य मंडल रामलीला मैदान में आयोजित इस भव्य मंचन का समापन भगवान राम के वनवास पूर्ण कर 14 वर्ष बाद अयोध्या लौटने और राजतिलक की लीला के साथ हुआ।
राजतिलक समारोह की भव्यता
शुक्रवार को आयोजित राजतिलक के शुभ अवसर पर पूरा मैदान भक्तिमय हो उठा। भगवान राम का अयोध्या आगमन पर भव्य स्वागत किया गया और तत्पश्चात उन्हें राजसिंहासन सौंपा गया। मुख्य अतिथि के रूप में विधायक विक्रम सिंह जाखड़, जीत नाथ महाराज, डॉ. कपिल गुप्ता और समाजसेवी कैलाश चोटिया उपस्थित रहे। परंपरा के अनुसार, प्रथम तिलक गुरु वशिष्ठ के किरदार ने किया, जिसके पश्चात अतिथियों ने भगवान राम दरबार का तिलक लगाकर आरती की।
आरती के बाद, रामलीला समिति के सचिव द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। अतिथियों ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए भगवान राम के आदर्शों को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया और विश्व शांति की कामना की। स्वागत भाषण रामलाल समिति के अध्यक्ष शिव रतन मुरारका ने दिया, और धन्यवाद ज्ञापन समिति के कोषाध्यक्ष गोविंद राम पाटोदिया द्वारा किया गया। समिति के प्रवक्ता मुरली मनोहर चोबदार ने बताया कि राजतिलक के साथ ही लीला का समापन हो गया, जिसके बाद दर्शकों के मनोरंजन के लिए एक हास्य पारिवारिक नाटक का भी मंचन किया गया।
इस वर्ष रामलीला में मुख्य किरदारों में राकेश थालिया (राम), नीरज बसोतिया (लक्ष्मण), निखिल (सीता), द्वारका प्रसाद सोनी (दशरथ और रावण), और मनीष चेजारा (हनुमान) ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच की सजावट और संगीत व्यवस्था में गोविंद पाटोदिया, हरन्द शर्मा, अशोक शर्मा सहित 25 से अधिक कार्यकर्ताओं की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। रामलीला को सफल बनाने में अध्यक्ष शिवरतन मुरारका, भरत मुरारका, महेंद्र जैन, महेश गुरु सहित सैकड़ों समिति सदस्यों और नवलगढ़ के सैकड़ों धर्म प्रेमी दर्शकों की उपस्थिति सराहनीय रही।