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सोनम वांगचुक से मिलने पहुंचे सांसद को पुलिस ने रोका:जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर की बैरिकेडिंग; जेल प्रशासन ने नहीं दी परमिशन


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सोनम वांगचुक से मिलने पहुंचे सांसद को पुलिस ने रोका:जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर की बैरिकेडिंग; जेल प्रशासन ने नहीं दी परमिशन

सोनम वांगचुक से मिलने पहुंचे सांसद को पुलिस ने रोका:जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर की बैरिकेडिंग; जेल प्रशासन ने नहीं दी परमिशन

सीकर : सीकर सांसद अमराराम मंगलवार शाम को जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक से मिलने पहुंचे। पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग कर रोक दिया। सांसद ने जेल अधीक्षक को लेटर लिखकर वांगचुक से मिलने की अनुमति भी मांगी थी। उन्हें अनुमति नहीं दी गई। सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक लेह हिंसा मामले में जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद है।

वांगचुक से मिलने पहुंचे अमराराम को पुलिस ने सेंट्रल जेल की लाल फाटक से पहले ही बैरिकेडिंग कर रोक दिया। जेल प्रशासन ने नियमों का हवाला देकर अनुमति देने से इनकार कर दिया। सांसद करीब आधे घंटे तक जेल के बाहर ही खड़े रहे, इसके बाद लौट गए।

सांसद ने जेल अधीक्षक को पत्र लिखा था। उसी मूल को लौटाते हुए जेल प्रशासन ने टिप्पणी कर आवेदन अस्वीकृत कर दिया।
सांसद ने जेल अधीक्षक को पत्र लिखा था। उसी मूल को लौटाते हुए जेल प्रशासन ने टिप्पणी कर आवेदन अस्वीकृत कर दिया।

वांगचुक को अलग वार्ड में रखा

केंद्र सरकार के निर्देशानुसार जोधपुर सेंट्रल जेल प्रशासन ने सोनम वांगचुक को सुरक्षा कारणों से अलग वार्ड में रखा है। उस स्थान के आसपास भी किसी जेल स्टाफ या अन्य कैदियों या बंदियों को नजदीक नहीं जाने दिया जा रहा है। इसके लिए यहां 24×7 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के साथ ही अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड भी तैनात किए गए हैं। उन्हें सख्त हिदायत दी गई है कि इस वार्ड के पास कोई नहीं पहुंचे।

सांसद अमराराम ने लेटर में ये लिखा

सीपीआई (एम) नेता अमराराम ने जेल अधीक्षक के नाम पत्र में लिखा कि हम सोनम वांगचुक से मिलना चाहते हैं, अत: इजाजत प्रदान करें। इसके जवाब में मूल पत्र को लौटाते हुए इसी पर टिप्पणी करते जेल प्रशासन ने लिखा- ‘मूल ही पुन: लौटाकर लेख है कि नियमानुसार आपके अनुरोध को अस्वीकृत किया जाता है।

इस प्रक्रिया के चलते करीब आधा घंटा तक सांसद जेल के मुख्य गेट से कुछ दूरी पर लगी पुलिस बैरिकेडिंग के पास ही रुके रहे। इस दौरान पुलिस कमिश्नरेट के एडीसीपी नाजिम अली और एडीसीपी सुनील पंवार भी मौजूद रहे। जबकि सांसद के कुछ समर्थक उनके साथ खड़े थे। मुलाकात की इजाजत नहीं मिलने पर वे एमडीएम अस्पताल में भर्ती एक दलित युवक से मिलने चले गए।

जेल परिसर के बाहर भी पुख्ता सुरक्षा इंतजाम जोधपुर सेंट्रल जेल में वांगचुक के लाए जाने के बाद से ही जेल परिसर के बाहर भी पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं। इसके लिए सेंट्रल जेल के लाल फाटक से भी काफी दूर बैरिकेडिंग कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां से गुजरने वाले किसी भी व्यक्ति को बिना पूछताछ और पर्याप्त कारण के आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। इतना ही नहीं, जेल परिसर के भीतर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों से पुलिस अभय कमांड कंट्रोल सेंटर से भी निगरानी कर रही है।

26 सितंबर की रात सोनम वांगचुक को जोधपुर लाया गया था

26 सितंबर को सोनम वांगचुक को जोधपुर जेल लाया गया था। रात करीब 8:30 बजे एक के बाद एक पुलिस और सेना की गाड़ियां लाल फाटक से जेल परिसर में दाखिल हुई थीं। यहां सेंट्रल जेल के मुख्य गेट पर लाने के बाद जेल प्रशासन से पहले औपचारिकताएं पूरी की गई थीं। इसके बाद वांगचुक को जेल में एक अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था।

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