सरदारशहर में शिक्षक संघ शेखावत का सम्मेलन:कहा-वर्तमान समय में शिक्षकों की बड़ी जिम्मेदारी, कर्तव्यों का पालन करने का आह्नान
सरदारशहर में शिक्षक संघ शेखावत का सम्मेलन:कहा-वर्तमान समय में शिक्षकों की बड़ी जिम्मेदारी, कर्तव्यों का पालन करने का आह्नान

सरदारशहर : सरदारशहर में राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत का 63वां जिला शैक्षिक सम्मेलन शुक्रवार को संपन्न हुआ। जिलाध्यक्ष विजय पोटलिया की अध्यक्षता में हुए इस सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश संयुक्त मंत्री शुभकरण नैण ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षकों की बड़ी जिम्मेदारी है कि वे पूरी गंभीरता से अपने कर्तव्यों का पालन करें।
कार्यकारी जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सीगड़, कोषाध्यक्ष श्रीनाथ बरोड़, जिला उपाध्यक्ष रणवीर सारण, जिला संयुक्त मंत्री गौरीशंकर सिहाग और गौरीशंकर बाना ने सार्वजनिक शिक्षा को बचाने के लिए संगठित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बढ़ते निजीकरण के दौर में इसकी महत्ता बताई।
तहसील मंत्री गजानन्द मेघवाल, रतनगढ़ मंत्री भोजराज शर्मा, पूर्व अध्यक्ष शिव भगवान सिद्ध, संजय वर्मा, राजपाल ढाका, विजय कुमार पारीक, जुबेर कुरेशी, राजवीर सिंह, सत्यनारायण बरोड़, परमेश्वर लाल शर्मा, प्रवीन शर्मा और रामनिवास सारण सहित कई अन्य पदाधिकारियों ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।
सम्मेलन में शिक्षकों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
- दिव्यांग शिक्षकों के वेरिफिकेशन पर रोक लगाने की मांग की गई।
- बीएड इंटर्नशिप अवधि में वेतन कटौती के आदेश को वापस लेने का प्रस्ताव पारित हुआ।
- सेवारत शिक्षकों के लिए टीईटी की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की गई।
- सीसीएल के द्वितीय वर्ष में की जा रही 20 कटौती को बंद करने का प्रस्ताव रखा गया।
- कंप्यूटर शिक्षक, पंचायत शिक्षक, प्रबोधक और शिक्षाकर्मी का पदनाम “शिक्षक” कर उन्हें समान वेतन श्रेणी का लाभ देने की मांग की गई।
- एमजीजीएस विद्यालयों में पद सृजित कर सभी शिक्षकों के वेतन की उचित व्यवस्था करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।