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मर्डर मामले में सेना के जवान को 10 साल जेल:कोर्ट ने कहा- छोटी-छोटी बातों में हिंसा करना असुरक्षा फैलाता है; समझाने आए युवक को रॉड मारी थी


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गुढ़ागौड़जीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

मर्डर मामले में सेना के जवान को 10 साल जेल:कोर्ट ने कहा- छोटी-छोटी बातों में हिंसा करना असुरक्षा फैलाता है; समझाने आए युवक को रॉड मारी थी

मर्डर मामले में सेना के जवान को 10 साल जेल:कोर्ट ने कहा- छोटी-छोटी बातों में हिंसा करना असुरक्षा फैलाता है; समझाने आए युवक को रॉड मारी थी

गुढ़ागौड़जी : सेना के जवान को जिला एवं सेशन कोर्ट ने हत्या के मामले में 10 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 50 हजार रुपए जुर्माने भरने का आदेश दिया है। जवान ने 4 साल पहले पड़ोसी युवक को लोहे की रॉड मारकर घायल कर दिया था। इसके बाद इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई थी। जवान अपने घर के आगे बिजली का खम्भा लगने से नाराज था। ऐसे में, उसे समझाने गए पड़ोसी पर जवान ने हमला कर दिया था। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा- गांवों में छोटी-छोटी बातों पर हिंसा करना समाज में असुरक्षा फैलाता है। ऐसे मामलों में कठोर दंड ही समाज को संदेश दे सकता है कि कानून से ऊपर कोई नहीं। मामला झुंझुनूं के गुढ़ागौड़जी इलाके का है।

बिजली का खंभा टूटने के बाद हुआ था विवाद

मामले को लेकर सरकारी वकील रामावतार ढाका ने बताया- सेना में सिपाही के पद पर तैनात जयपाल सिंह को मनोज कुमार की हत्या के मामले में सजा सुनाई है। 28 जून 2021 की शाम का वक्त था। झुंझुनूं जिले के गुढ़ागौड़जी थाना क्षेत्र के मझाऊ गांव में तेज आंधी आई थी। इससे इलाके में लगा एक बिजली के खंभा गिर गया था। खंभा टूटने से गांव की लाइट चली गई थी। ऐसे में, बिजली विभाग की टीम नया खंभा लगाने के लिए मौके पर पहुंची थी।

जयपाल के घर के आगे लगा रहे थे खंभा

सरकारी वकील रामावतार ढाका ने बताया- इसी दौरान गांव का ही निवासी और सेना में कार्यरत जवान जयपाल सिंह वहां आ गया। जयपाल इस बात से नाराज था कि नया खंभा उसके घर के पास लगाया जा रहा है। उसने बिजली विभाग के कर्मचारियों को रोकने की कोशिश की और वहां मौजूद लोगों से बहस करने लगा।

समझाने पर जयपाल भड़का, रॉड मारी

सरकारी वकील रामावतार ढाका ने बताया- तभी गांव के ही मोहनलाल का बेटा मनोज कुमार वहां पहुंचा और उसने जयपाल को समझाने का प्रयास किया। मनोज ने कहा कि यह काम गांव के भले के लिए है और बिजली विभाग केवल अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। लेकिन मनोज की बात से जयपाल भड़क गया। सरकारी वकील रामावतार ढाका ने बताया- जयपाल ने पास में रखी लोहे की रॉड उठाई और मनोज के सिर पर जोरदार वार कर दिया। यह वार इतना खतरनाक था कि मनोज जमीन पर गिर पड़ा और खून से लथपथ हो गया। गांववालों ने उसे तुरंत उठाकर गुढ़ागौड़जी अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने मनोज को सीकर रेफर कर दिया। घटना के बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। जयपाल मौके से भाग निकला और कई दिनों तक फरार रहा।

पिता ने कहा था- मामला शांत करने गया था बेटा

मनोज के पिता मोहनलाल ने 28 जून की रात ही गुढ़ागौड़जी थाने में मामला दर्ज कराया। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि उनका बेटा केवल विवाद को शांत करने गया था, लेकिन पड़ोसी जवान ने जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया और आरोपी की तलाश शुरू की। कई दिनों की मशक्कत के बाद पुलिस ने जयपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तफ्तीश पूरी कर अदालत में चालान पेश किया। अभियोजन पक्ष ने अदालत में 21 गवाहों के बयान दर्ज कराए और करीब 20 दस्तावेज सबूत के तौर पर प्रस्तुत किए।

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