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सुरक्षित सड़कों के लिए झुंझुनूं में क्वालिटीकंट्रोल टीम का निरीक्षण:जयपुर से आई टीम, हवाई पट्टी से अग्रसेन सर्किल तक किया निरीक्षण


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सुरक्षित सड़कों के लिए झुंझुनूं में क्वालिटीकंट्रोल टीम का निरीक्षण:जयपुर से आई टीम, हवाई पट्टी से अग्रसेन सर्किल तक किया निरीक्षण

सुरक्षित सड़कों के लिए झुंझुनूं में क्वालिटीकंट्रोल टीम का निरीक्षण:जयपुर से आई टीम, हवाई पट्टी से अग्रसेन सर्किल तक किया निरीक्षण

झुंझुनूं : झुंझुनूं में सड़क सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। बुधवार को जयपुर से आई क्वालिटी कंट्रोल टीम ने पुलिस लाइन से अग्रसेन तक करीब 8 किलोमीटर लंबे मार्ग का गहन निरीक्षण किया। टीम का उद्देश्य सड़क की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की जांच करना था। इस टीम का नेतृत्व चीफ इंजीनियर जसवंत खत्री और एडिशनल चीफ इंजीनियर अनुपम गुप्ता ने किया।

निरीक्षण के दौरान, टीम ने सड़क के क्रॉसिंग, ब्रेकर, मोड़, संकेतक, सेंटर लाइन और डिवाइडर जैसे सभी महत्वपूर्ण पहलुओं की बारीकी से जांच की ताकि सड़क पर यातायात को सुरक्षित और सुगम बनाया जा सके। टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट संबंधित विभाग को सौंपेगी, जिसके आधार पर सड़क में मौजूद खामियों को दूर किया जाएगा।

अंबेडकर भवन में आयोजित सुषमा अभियान के कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा की जानकारी देते अधिकारी।
अंबेडकर भवन में आयोजित सुषमा अभियान के कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा की जानकारी देते अधिकारी।

‘सुषमा अभियान’ के तहत जागरूकता कार्यक्रम

सड़क निरीक्षण के बाद, अंबेडकर भवन में ‘सुषमा अभियान’ के तहत एक बड़ा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह अभियान रक्षाबंधन से शुरू हुआ है और अभियंता दिवस तक चलेगा। इस अभियान में राजस्थान के 19 जिलों को शामिल किया गया है।

इस अभियान की सबसे खास बात यह है कि इसमें नारी शक्ति को केंद्र में रखा गया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग और शिक्षा विभाग के संयुक्त नेतृत्व में चल रहे इस कार्यक्रम में स्कूल के छात्र-छात्राओं को भी जोड़ा गया है। अब तक लगभग तीन लाख विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। छात्रों को हेलमेट पहनने और यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। विशेष रूप से छात्राओं को अपने परिवार के सदस्यों को भी नियमों के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गई है।

हेलमेट जागरूकता अभियान के तहत छात्राओं को ट्रैफिक नियमों का महत्व समझाते अभियंता।
हेलमेट जागरूकता अभियान के तहत छात्राओं को ट्रैफिक नियमों का महत्व समझाते अभियंता।

हेलमेट वितरण में समाज की भागीदारी

इस अभियान में हेलमेट वितरण के लिए सरकारी सहायता का सहारा नहीं लिया गया। इसके बजाय, विभाग के अभियंताओं, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेज के अभियंताओं, और एनजीओ ‘अभियंता संगम’ के सहयोग से प्रति हेलमेट 250 रुपये का योगदान किया गया है। यह समाज की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है।

इसके अलावा, एनसीसी के छात्रों और युवाओं को भी इस अभियान से जोड़ा गया है, जिससे उनमें सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित हो। युवाओं को शहरों में 7 किलोमीटर लंबे सुरक्षित सड़क गलियारों को विकसित करने का संकल्प दिलाया गया है।

एनसीसी कैडेट्स और युवाओं को सुरक्षित सड़क गलियारा विकसित करने का संकल्प दिलाते अभियान से जुड़े अधिकारी।
एनसीसी कैडेट्स और युवाओं को सुरक्षित सड़क गलियारा विकसित करने का संकल्प दिलाते अभियान से जुड़े अधिकारी।

डेटा विश्लेषण और भविष्य की योजनाएं

कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि अभियान के तहत सभी 19 जिलों से सड़क सुरक्षा के विस्तृत डेटा को एकत्र किया जा रहा है। इस डेटा का विश्लेषण करके यह पता लगाया जाएगा कि सड़क सुरक्षा के मामले में कौन सा शहर या क्षेत्र सबसे अच्छा है और कहाँ सुधार की सबसे ज्यादा जरूरत है।

यह अभियान केवल सरकारी पहल नहीं है, बल्कि इसमें आम जनता, छात्र, एनसीसी, अभियंता और सामाजिक संस्थाओं की व्यापक भागीदारी है। स्थानीय अधिकारियों और नागरिकों ने इस पहल की सराहना की, उम्मीद जताई कि इससे झुंझुनूं की सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी और भविष्य की पीढ़ियाँ अधिक जिम्मेदार बनेंगी।

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