खेलों और मेलों से लोक संस्कृति तथा सद्भाव को बढ़ावा मिलता है – हीरावत
खेलों और मेलों से लोक संस्कृति तथा सद्भाव को बढ़ावा मिलता है - हीरावत

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : स्थानीय गांव ढाणी डीएसपुरा में लोक देवता वीर तेजाजी के निर्वाण दिवस पर कबड्डी प्रतियोगिता तथा प्रतिभा सम्मान समारोह समाज सेवी भामाशाह बसंत हीरावत, कुसुम हीरावत के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया।कबड्डी प्रतियोगिता में आठ टीमों ने भाग लिया। निर्णायक मुकाबले में छाजुसर ने तेजल डीएसपुरा को हराकर खिताब अपने नाम किया। उप विजेता तेजल डीएसपुरा सहित सभी विजेता खिलाड़ियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर बोर्ड परीक्षा परिणाम में उच्च अंक प्राप्त, नीट व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि कुसुम हीरावत ने तेजाजी को लोक कल्याण का प्रेरक बताते हुए कहा कि हमारे लोक देवताओं ने पीड़ित मानवता के कल्याणार्थ उत्सर्ग किया।
बसंत हीरावत ने कहा कि तेजाजी सहित सभी लोक देवताओं के कार्यो से युवा पीढ़ी को संस्कारवान करने के लिए लोक संस्कृति स्मारक बनाने की आवश्यकता है। प्रशासन और सरकार इस दिशा में कार्ययोजना बनाए तो मैं सहयोग करने के लिए तैयार हूं। विशिष्ट अतिथि जिला उप प्रमुख महेन्द्र न्योल नेकहा हमारे लोक नायक सद्भाव, समरसता और सहयोग का संदेश देते हैं। वीर तेजाजी विकास समिति के अध्यक्ष दलीप सरावग ने तेजाजी सहित लोक देवताओं के कृतित्व की जानकारी दी ।आयोजन समिति के अध्यक्ष जसवीर गोदारा ने खिलाड़ियों, सम्मानित प्रतिभाओं, अतिथियों, ग्रामीणों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि युवाओं की टीम के सामंजस्य से लगातार 15 वर्षों से यह कार्यक्रम किया जा रहा है।गोदारा ने युवाओं को खेती किसानी में नवाचार करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता सहीराम पूनिया, शिशुपाल बुडानिया, राकेश बेनीवाल, अनिल रणवां, मोहन हुड्डा, महादेव महिया, जितेन्द्र बाबल, अशोक हुड्डा, कन्हैयालाल रणवां, विनोद गोदारा, गोपीचंद खीचड़, नंदकिशोर इसराण, जयप्रकाश ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। वीर तेजाजी समूह की तरफ से नेमीचंद गोदारा,पन्ना लाल इसराण, देवेन्द्र, उपेन्द्र, नरेन्द्र सिहाग, रोहित जानू, विकास दुलड, दुष्यंत, मुकेश, बनवारी, भरत, संदीप, मनीष, अनील ने आयोजकीय भुमिका निभाई। संयोजक जसवीर गोदारा ने आभार व्यक्त किया।