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स्मार्ट मीटर के विरोध में नवलगढ़ बंद:दुकानें और निजी स्कूलें नहीं खुली, किसान संगठनों ने कहा- महंगे बिल और प्रीपेड सिस्टम से परेशानी


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स्मार्ट मीटर के विरोध में नवलगढ़ बंद:दुकानें और निजी स्कूलें नहीं खुली, किसान संगठनों ने कहा- महंगे बिल और प्रीपेड सिस्टम से परेशानी

स्मार्ट मीटर के विरोध में नवलगढ़ बंद:दुकानें और निजी स्कूलें नहीं खुली, किसान संगठनों ने कहा- महंगे बिल और प्रीपेड सिस्टम से परेशानी

नवलगढ़ : नवलगढ़ में स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर व्यापक बंद का असर देखा गया। शहर की प्रमुख बाजारों में सुबह से ही दुकानों के शटर बंद रहे। बस स्टैंड क्षेत्र में भी व्यावसायिक गतिविधियां ठप रहीं। केवल मेडिकल स्टोर जैसी आवश्यक सेवाएं ही चालू रहीं।

संघर्ष समिति के सदस्यों का कहना है कि स्मार्ट मीटर किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बन रहे हैं। पहले से मौजूद बिजली कटौती की समस्या के साथ अब प्रीपेड सिस्टम और महंगे बिल ने स्थिति और भी कठिन कर दी है।

बंद को व्यापारी संगठनों के साथ-साथ कांग्रेस और अभिभाषक संघ का भी समर्थन मिला। वकीलों ने अदालत परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। एसएफआई और जयकिसान आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में जयकिसान आंदोलन के कैलाश यादव, सूर्यप्रकाश शर्मा, किसान नेता सुभाष बुगालिया और एसएफआई के जिलाध्यक्ष आशीष पचार समेत कई नेता मौजूद रहे।

किसान नेता सुभाष बुगालिया ने कहा कि पूंजीपति और सरकार जनता को गुमराह कर उनका ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं। शिक्षा, बेरोजगारी और गरीबी जैसे मुद्दों को दरकिनार कर दिया गया है। मोदी सरकार ने स्मार्ट सिटी के बजाय स्मार्ट मीटर थोप दिए हैं। नवलगढ़ बंद को पूर्ण समर्थन मिला है।

जय किसान आंदोलन के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि स्मार्ट मीटर के विरोध में नवलगढ़ सहित पूरे जिले में बंद का व्यापक असर है। सभी व्यापारियों ने पूर्ण सहयोग दिया है। ऑटो, निजी बसें और स्कूल भी बंद रहे।

स्मार्ट मीटर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोग।
स्मार्ट मीटर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोग।
नवलगढ़ के नाहर सिंह पार्क के पास बंद पड़ी दुकानें।
नवलगढ़ के नाहर सिंह पार्क के पास बंद पड़ी दुकानें।

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