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एसडीएम को हटाने की मांग पर वकीलों का धरना तीसरे दिन भी जारी, भाजपा व कांग्रेस नेताओं ने दिया आंदोलन को समर्थन


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एसडीएम को हटाने की मांग पर वकीलों का धरना तीसरे दिन भी जारी, भाजपा व कांग्रेस नेताओं ने दिया आंदोलन को समर्थन

सोमवार से पेन डाउन हड़ताल पर जाएंगे अधिवक्ता, न्यायालयों में नहीं होंगे उपस्थित

जनमानस शेखावाटी संवाददाता :  रविन्द्र पारीक

नवलगढ़ : कस्बे के तहसील कार्यालय परिसर में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडारोहण के दौरान हुए विवाद के बाद एसडीएम के तबादले की मांग को लेकर अभिभाषक संघ का अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। धरने को भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने समर्थन दिया।

रविवार को प्रधान दिनेश सुंडा, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुरेंद्र सैनी, पूर्व पालिकाध्यक्ष रिछपाल सैनी, भाजपा नेता व एडवोकेट विष्णुकांत रूंथला, एडवोकेट ओमप्रकाश मिंतर, पंचायत समिति सदस्य प्रताप पूनिया, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष गौतम खंडेलवाल सहित कई नेताओं ने धरने स्थल पर पहुंचकर वकीलों की मांग को जायज ठहराया।

अभिभाषक संघ अध्यक्ष एडवोकेट संपतसिंह शेखावत ने बताया कि सोमवार से अनिश्चितकालीन पेन डाउन हड़ताल शुरू होगी। इसके तहत अधिवक्ता किसी भी न्यायालय में उपस्थित नहीं होंगे। इसमें डीड राइटर्स, स्टांप वेंडर व अन्य सहयोगी संगठन भी शामिल रहेंगे।

शनिवार को डीएसपी, तहसीलदार और सीआई के साथ अधिवक्ताओं की वार्ता हुई थी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अधिवक्ताओं में इस बात को लेकर भी नाराजगी है कि धरना शुरू हुए तीन दिन हो गए, लेकिन अब तक किसी उच्च अधिकारी ने वार्ता नहीं की।

वकीलों ने साफ कहा कि “जब तक एसडीएम सुनील कुमार झिंगोनिया का तबादला नहीं होगा, आंदोलन जारी रहेगा।” अभिभाषक संघ ने सोमवार से आंदोलन और तेज करने का ऐलान किया है। जिले के अन्य बार संघों से समर्थन मिलने पर यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है।

धरने में पार्षद एडवोकेट सुरेश सैनी, एडवोकेट जगदीश वर्मा, श्यामसिंह तंवर, ललीत कुमावत सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।

गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन तहसील कार्यालय परिसर में झंडारोहण के दौरान एसडीएम और अधिवक्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हो गई थी। अधिवक्ताओं का आरोप है कि एसडीएम ने समारोह में उनके साथ अभद्र व्यवहार किया, जिससे अधिवक्ता समुदाय आहत है। हालांकि तीन दिन बाद भी एसडीएम की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

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