बिजली निजीकरण और स्मार्ट मीटर का विरोध:नीमकाथाना में एईएन कार्यालय पर धरना, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
बिजली निजीकरण और स्मार्ट मीटर का विरोध:नीमकाथाना में एईएन कार्यालय पर धरना, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

नीमकाथाना : नीमकाथाना में बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर और बिजली निजीकरण के विरोध में सहायक अभियंता कार्यालय पर धरना दिया। विनय प्रकाश सैनी और कैलाश सोनी की अध्यक्षता में आयोजित धरने में माकपा नेता गोपाल सैनी ने कहा कि स्मार्ट मीटर से सरकारी रोजगार समाप्त होंगे। उन्होंने बताया कि स्मार्ट मीटर में रिचार्ज के बाद ही बिजली मिलेगी। एक मीटर की कीमत 9 हजार रुपए है। राजस्थान में डेढ़ करोड़ बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर पर खर्च की जाने वाली राशि उपभोक्ताओं से ही वसूली जाएगी।
माकपा जिला सचिव कॉमरेड ओमप्रकाश यादव ने कहा कि पूरे राजस्थान में 15 अगस्त तक एईएन कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गैस सब्सिडी की तरह 100 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा भी बंद हो सकती है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार बिजली विभाग की लापरवाही, अघोषित कटौती और क्षतिग्रस्त खंभों की समस्या पर ध्यान दे। नीमकाथाना जिला और नगरपरिषद को निरस्त करने का भी विरोध किया गया। नेताओं ने कहा कि आने वाले पंचायती राज और नगर निकाय चुनावों में जनता इसका जवाब देगी।