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झुंझुनूं में CBSE टूर्नामेंट में बाहरी खिलाड़ी लाने का आरोप:DVM चिड़ावा टीम का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, जांच करवाने और FIR की मांग


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झुंझुनूं में CBSE टूर्नामेंट में बाहरी खिलाड़ी लाने का आरोप:DVM चिड़ावा टीम का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, जांच करवाने और FIR की मांग

झुंझुनूं में CBSE टूर्नामेंट में बाहरी खिलाड़ी लाने का आरोप:DVM चिड़ावा टीम का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, जांच करवाने और FIR की मांग

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले के पचेरी कस्बे में आयोजित CBSE Cluster XIV U-14 Boys फुटबॉल टूर्नामेंट पर फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप लगाएं गए हैं। यह टूर्नामेंट 5 से 9 अगस्त 2025 तक सोनी देवी इंटरनेशनल स्कूल पचेरी के मैदान में हुआ था। फाइनल मैच में सोनी देवी इंटरनेशनल स्कूल पचेरी और डालमिया विद्या मंदिर (DVM) चिड़ावा के बीच मुकाबला हुआ, लेकिन मैच के बाद आरोप सामने आए कि विजेता टीम ने नियमों के खिलाफ बाहरी खिलाड़ियों को शामिल किया।

कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार को DVM चिड़ावा के छात्र, अभिभावक और कोच टीम झुंझुनूं जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए CBSE और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में अति जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच, दोषी स्कूल को बाहर करने और सही टीम का चयन करने की मांग की।

फुटबॉल टूर्नामेंट में फर्जी खिलाड़ियों का आरोप
फुटबॉल टूर्नामेंट में फर्जी खिलाड़ियों का आरोप

स्पेशल जांच कमेटी और FIR की मांग

DVM चिड़ावा प्रबंधन ने मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच कमेटी गठित की जाए, दोषी स्कूल को बाहर किया जाए और सही टीम का चयन किया जाए। साथ ही, आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक मैच का नहीं, बल्कि उन बच्चों के भविष्य से जुड़ा है, जिन्होंने ईमानदारी से मेहनत की और खेल के नियमों का पालन किया।

फाइनल में खेले बाहरी खिलाड़ी

DVM चिड़ावा की टीम का आरोप है कि सोनी देवी स्कूल ने फाइनल मुकाबले में अपने स्कूल के विद्यार्थियों के बजाय अन्य स्कूलों के खिलाड़ियों को उतारकर मैच खेला। इस कथित धोखाधड़ी के चलते DVM चिड़ावा को हार का सामना करना पड़ा। पीड़ित टीम के कोच और प्रबंधन का कहना है कि यह सीधा-सीधा खेल की भावना के खिलाफ है और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है।

DVM चिड़ावा टीम का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, जांच करवाने व FIR की मांग
DVM चिड़ावा टीम का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, जांच करवाने व FIR की मांग

ऑब्जर्वर को दी शिकायत

DVM चिड़ावा के प्रतिनिधियों ने फाइनल के बाद CBSE द्वारा नियुक्त ऑब्जर्वर को इस मामले की लिखित शिकायत दी और शिकायत शुल्क 1000 रुपए भी जमा करवाया। आरोप है कि इसके बावजूद न तो कोई जांच की गई और न ही नियमानुसार खिलाड़ियों के दस्तावेजों का सत्यापन हुआ। टीम प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने इस मामले में वीडियोग्राफी, फोटो और खिलाड़ियों की डिटेल भी सबूत के रूप में उपलब्ध करवाई थी।

खिलाड़ियों और कोच का दर्द

अंडर-14 फुटबॉल टीम के कैप्टन दीपांशु पूनिया ने कहा- हमने पूरे टूर्नामेंट में मेहनत कर फाइनल तक पहुंचने का सफर तय किया था, लेकिन फाइनल में बाहरी खिलाड़ियों के उतरने से हमारे सपनों पर पानी फिर गया। यह सिर्फ हमारे लिए नहीं, बल्कि खेल के नियमों का भी अपमान है।

टीम के कोच राजेश कुमार ने कहा, टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए सभी टीमों को खिलाड़ियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन जरूरी था, लेकिन फाइनल में यह प्रक्रिया पूरी तरह नजरअंदाज की गई। जब हमने विरोध दर्ज कराया तो उसे अनदेखा कर दिया गया। ऐसे में बच्चों के मनोबल को गहरी चोट पहुंची है।

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