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छुट्‌टी पर आए CRPF जवान की करंट से मौत:दोहिते के जन्म की खुशी मातम में बदली, पंखे को हाथ लगाते ही लगा झटका


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छुट्‌टी पर आए CRPF जवान की करंट से मौत:दोहिते के जन्म की खुशी मातम में बदली, पंखे को हाथ लगाते ही लगा झटका

छुट्‌टी पर आए CRPF जवान की करंट से मौत:दोहिते के जन्म की खुशी मातम में बदली, पंखे को हाथ लगाते ही लगा झटका

चिड़ावा : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात CRPF के ASI राजेंद्र श्योराण (55) की चिड़ावा में करंट लगने से मौत हो गई। हादसे से दोहिते के जन्म की खुशी मातम में बदल गई। जलवा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ASI छुट्टी लेकर 2 अगस्त को घर आए थे। घटना 6 जुलाई दोपहर 2 बजे वार्ड नंबर 16 में हुई।

डीजे पर डांस करने के बाद पंखे को घुमाने की कोशिश की। जैसे ही उन्होंने पंखे को हाथ लगाया, तेज करंट दौड़ गया और मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़े। परिजन तुरंत उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। खुशी का माहौल एक पल में मातम में बदल गया। गुरुवार दोपहर को पैतृक गांव गोठ (चिड़ावा) में सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। वे वर्तमान में चिड़ावा के वार्ड नंबर 14 में रह रहे थे।

वार्ड नंबर 16 में ASI की बेटी का सुसराल जहां पर घटना हुई।
वार्ड नंबर 16 में ASI की बेटी का सुसराल जहां पर घटना हुई।

पिता सीआरपीएफ से डीएसपी पद से रिटायर्ड

पूर्व पार्षद मुकेश पूनिया ने बताया कि राजेंद्र श्योराण बेहद मिलनसार और अनुशासित अधिकारी थे। उनके पिता किशनलाल श्योराण भी सीआरपीएफ में डीएसपी पद से रिटायर हुए हैं। राजेंद्र की मां लिछमा देवी और पत्नी कविता गृहिणी हैं। वे 55 वर्ष के हो चुके थे और सीआरपीएफ में पांच साल की सेवा और बाकी थी।

वार्ड नंबर 14 में ASI का घर।
वार्ड नंबर 14 में ASI का घर।

दो बच्चों की शादी हो चुकी, भाई फौज में

राजेंद्र श्योराण के बेटे अंकित और बेटी अन्नू की शादी हो चुकी है। बेटा निजी क्षेत्र में कार्यरत है। उनके छोटे भाई भूपेंद्र भारतीय सेना में हवलदार हैं, जबकि अन्य भाई राकेश चिड़ावा में निजी पैथोलॉजी लैब चला रहे हैं। तीनों भाई अलग-अलग मकानों में रहते हैं।

गांव गोठ में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

चिड़ावा के राजकीय उप जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद शव को मूल गांव गोठ ले जाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

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