श्रीमाधोपुर में 20 फीट गहरे गड्ढे में दबे दो मजदूर:15 मिनट में किए गए रेस्क्यू, लोग बोले- ठेकेदार ने की लापरवाही, सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे
श्रीमाधोपुर में 20 फीट गहरे गड्ढे में दबे दो मजदूर:15 मिनट में किए गए रेस्क्यू, लोग बोले- ठेकेदार ने की लापरवाही, सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे

श्रीमाधोपुर : श्रीमाधोपुर (सीकर) शहर के वार्ड 30 में चल रहे सीवरेज लाइन के काम के दौरान बुधवार रात एक बड़ा हादसा हो गया। चौधरी धर्मशाला के पास करीब 20 फीट गहरे गड्ढे में मिट्टी धंसने से दो मजदूर दब गए। गनीमत रही कि मोहल्लेवासियों की सतर्कता और तत्परता से दोनों मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसा रात करीब 9:30 बजे हुआ।
जानकारी के अनुसार, वार्ड 30 में सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था। इसी दौरान ग्वालियर निवासी सचिन और अजमेर निवासी अमरचंद काम के लिए गहरे गड्ढे में उतरे थे, तभी अचानक मिट्टी ढह गई और दोनों मजदूर उसमें दब गए। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बिना देरी किए रेस्क्यू शुरू किया। मोहल्ले के लोग खुद गड्ढे में उतरे और हाथों व फावड़ों से मिट्टी हटाकर जेसीबी की मदद से दोनों को बाहर निकाला।
दोनों को तत्काल श्रीमाधोपुर के सीएचसी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने ठेकेदार पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे और गहरे गड्ढे की दीवारों को गिरने से बचाने के लिए भी कोई स्थायी व्यवस्था नहीं थी।
स्थानीय निवासी सतीश कुमावत ने बताया कि रात को जब दोनों मजदूर गड्ढे में उतरे, तभी मिट्टी ढह गई। उन्होंने बताया कि आसपास मौजूद तीन-चार लोग तुरंत नीचे उतरे और हाथों से मिट्टी हटाकर मजदूरों को बचाया।
घर जाने की जल्दी में बिना अनुमति कार्य शुरू किया
इधर, हादसे के तुरंत बाद ठेकेदार की ओर से जेसीबी से गड्ढे को बंद करवा दिया गया। साइट सुपरवाइजर विनोद सिंह ने बताया कि बुधवार शाम को काम बंद कर दिया गया था और मजदूरों को अगली सुबह आने को कहा गया था। लेकिन राखी के कारण जल्दी घर जाने की मंशा से मजदूरों ने बिना अनुमति के रात में ही कार्य करना शुरू कर दिया, जिससे यह हादसा हो गया।



