[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

खेतड़ी बांसियाल रिजर्व से सड़क पर आया हायना:वाहन की टक्कर से मौत, सात महीने में तीसरा हादसा, चार फीट की दीवार साबित हुई नाकाफी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
खेतड़ीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

खेतड़ी बांसियाल रिजर्व से सड़क पर आया हायना:वाहन की टक्कर से मौत, सात महीने में तीसरा हादसा, चार फीट की दीवार साबित हुई नाकाफी

खेतड़ी बांसियाल रिजर्व से सड़क पर आया हायना:वाहन की टक्कर से मौत, सात महीने में तीसरा हादसा, चार फीट की दीवार साबित हुई नाकाफी

खेतड़ी : खेतड़ी बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन क्षेत्र से दीवार फांदकर एक हायना सड़क पर आ गया। देर रात वाहन की टक्कर लगने से उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर राजकीय पशु अस्पताल लाया गया। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम के बाद उसे चिरानी स्थित वन पौधशाला में ले जाया गया।

वन विभाग द्वारा जंगली जानवरों को कंजर्वेशन में रोकने के बेहतर प्रबंध नहीं करने के कारण वन्य जीव आबादी क्षेत्र और सड़कों पर आकर हादसों का शिकार हो रहे हैं। यह सात महीने में सड़क हादसे से हुई तीसरी घटना है। खेतड़ी बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन में वन विभाग द्वारा वन्य जीवों के संरक्षण के नाम पर बनाई गई चार फीट ऊंची दीवारें महज दिखावा बनकर रह गई हैं। जंगल में छोड़े गए जानवर सुरक्षा के अभाव में बार-बार आबादी क्षेत्र और सड़कों पर आ जाते हैं।

इससे पहले दिसंबर 2024 में बांसियाल पंचायत की कुड़ी की ढाणी में और जुलाई 2025 में बंधा ढाणी के पास भी हायना सड़क हादसे का शिकार हो चुके हैं। वन विभाग ने जंगली जानवरों को रोकने के लिए मात्र चार फीट की दीवार बनाकर छोड़ दिया है।

खेतड़ी कस्बे में एक माह में जंगली जानवर 12 से अधिक बार आबादी क्षेत्र में मवेशियों का शिकार कर चुके हैं। इसके बावजूद वन विभाग की ओर से जंगली जानवरों को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।ग्रामीण प्रशासन से जंगली जानवरों को रोकने और मवेशियों का शिकार करने पर गरीब वर्ग के लोगों को उचित मुआवजा देने की मांग भी कर चुके हैं।

Related Articles