SHO पर भड़के विधायक रविंद्र भाटी, बोले- दादागीरी करोगे?:ऑफिस मैं बंद कराऊंगा?, DSP-नायब तहसीलदार तक से हो चुकी बहस
SHO पर भड़के विधायक रविंद्र भाटी, बोले- दादागीरी करोगे?:ऑफिस मैं बंद कराऊंगा?, DSP-नायब तहसीलदार तक से हो चुकी बहस

बाड़मेर : बाड़मेर में सोलर प्लांट के लिए खेजड़ी के पेड़ काटे जाने के मामले में शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी सोमवार को शिव SHO सत्यप्रकाश पर भड़क गए। वे पुलिस पर सोलर कंपनी का ऑफिस बंद कराने का दबाव बनाते हुए थाना इंचार्ज से बोले- दादागीरी करोगे क्या? ये ऑफिस मैं बंद कराऊंगा क्या? इससे पहले रामसर DSP मानाराम गर्ग और शिव के नायब तहसीलदार अनंत गौड़ से भी हॉट-टॉक हो चुकी है।
शिव इलाके के बरियाड़ा गांव में रविंद्र सिंह भाटी धरने पर हैं। 4 अगस्त की दोपहर 3.30 बजे शिव थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश को विधायक ने जमकर फटकारा।

शिव थाना इंचार्ज से बोले- ऑफिस मैं बंद करवाऊंगा क्या?
- तारीख- 4 अगस्त, सोमवार दोपहर 3.30 बजे
- स्थान- धरना स्थल (बरियाड़ा गांव), शिव, बाड़मेर
रविंद्र सिंह भाटी ने शिव थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश से नाराजगी जताई। वे मौके पर बने कंटेनरनुमा कंपनी ऑफिस को बंद करवाने की बात कही। थाना इंचार्ज को बोले- आप हद कर रहे हो। कोई चीज समझ में नहीं आ रही है। थाना इंचार्ज कहते हैं- मैं आपसे निवेदन कर रहा हूं।
रविंद्र सिंह भाटी- ये लोग यहां पर किसलिए बैठे हैं? जिन लोगों ने खेजड़ी के पेड़ काटे हैं, आप उन लोगों के साथ बैठे हो। थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश- हम नहीं बैठ रहे हैं।
रविंद्र सिंह भाटी- तो इनको ऑफिस से निकालो बाहर और बंद करवाओ। हद कर रहे हो आप। थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश- मुझे तो यह कहा गया था कि इन्होंने बुलाया है।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी- किसने बुलाया? नहीं बुलाया गया। जो रिपोर्ट देनी थी वो दे दीजिए, फिर बात करेंगे। SDM साहब से बात करेंगे। इसको (ऑफिस) बंद करवाओ। निकालो इनको बाहर। थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश- ऑफिस बंद करवाना मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी- फिर कौन बंद करवाएगा? मैं करवाऊं बंद? मैं करवाऊं? थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश- आपकी इच्छा है, आपका विवेक है। मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी- मैं यहां पर बैठूं धरने पर। आप लोग कंपनियों के साथ बैठ रहे हो। थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश- हम नहीं बैठ रहे हैं।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी- एक घंटे पहले चार खेजड़ियां निकाल रहे थे, तब वहां पर बैठे थे। अब कंपनी के साथ बैठने लग गए। थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश- कंपनी के साथ नहीं बैठते हैं। हमारा इनसे कोई लेना-देना नहीं है।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी– हद कर रहे हो। किसानों से लेना-देना ही नहीं है। दादागीरी करोगे? करो दादागीरी। थाना इंचार्ज सत्यप्रकाश- हमारे लिए लॉ-इन-ऑर्डर है।
विधायक रविंद्र सिंह भाटी- है लॉ-इन-ऑर्डर, मजाक समझ रखा है। (कंपनी के कर्मचारी को डांटते हुए) बंद कर इसको। वो ब्लैक-व्हाइट इसको बंद कर। बाहर आ जा भैया, और कौन है अंदर? बाहर आ जा। बाहर आ.. बाहर आजा भाई। दिमाग खराब हो रखा है। दादागीरी है। गलतफहमी के शिकार हो। बंद करो।

नायब तहसीलदार को बोले- कितने पेड़ कटे, आपको पता है?
- तारीख- 4 अगस्त, सोमवार दोपहर 2.30 बजे
- स्थान- धरना स्थल (बरियाड़ा गांव), शिव, बाड़मेर
4 अगस्त की दोपहर 2.30 बजे शिव विधायक की धरनास्थल (बरियाड़ा गांव) पर नायब तहसीलदार अनंत गौड़ से भी बहस हुई। विधायक ने जेसीबी से जमीन में दबाए पेड़ों को निकलवाया था। इसे लेकर वे नायब तहसीलदार से बोले- यहां पर इतनी बड़ी संख्या में खेजड़ी के पेड़ को दफनाया गया। उस समय आपका विभाग क्या कर रहा था? कितने पेड़ कटे हैं, यह आपको पता है?
इसका ध्यान कौन रखेगा, मैं रखूंगा क्या? गोल-गोल मत घुमाइए। मुझे हां या ना में जवाब दीजिए। रिपोर्ट कितने दिन बाद आई, 3 दिन में रिपोर्ट आनी थी। आई क्या? 4 महीने में आप रिपोर्ट लेकर आए हो। क्या आपने ग्रामीणों को इसकी कॉपी दी। कंपनी से आपको कुछ मिल गया क्या?
विधायक ने नायब तहसीलदार से पूछा- आपका कार्यक्षेत्र कितना है?
नायब तहसीलदार बोले- 5 अराई क्षेत्र है।
इसके बाद विधायक ने उनसे जगहों के नाम पूछे तो नायब तहसीलदार जवाब नहीं दे पाए। विधायक ने कहा- अगली बार तैयारी के साथ आइए।

DSP को बोले- चेतक खेलने के लिए दी है क्या?
- तारीख- 3 अगस्त, रविवार शाम 5 बजे
- स्थान- धरना स्थल (बरियाड़ा गांव), शिव, बाड़मेर
3 अगस्त की शाम रामसर DSP मानाराम गर्ग धरना स्थल पहुंचे थे। रविंद्र सिंह भाटी ने उनसे भी तीखे सवाल-जवाब किए थे। भाटी ने कहा था- रात को यहां पर खेजड़ी को जलाया जा रहा है, आप कह रहे हो हमें पता नहीं। आपके यहां पर फ्लाइंग या गश्त वाले नहीं घूमते हैं क्या? चेतक (पुलिस वाहन) खेलने के लिए दी है क्या?
डीएसपी ने कहा हाईवे पर गश्त होती है। इस पर विधायक बोले- तब उन्होंने आग भी देखी होगी। पूरी रात आग जल रही थी। गश्त नींद में होती है?
विधायक बोले- मैं सरकार को बताऊंगा, जहां वो एक पेड़ मां के नाम लगवा रहे हैं, यहां हजारों खेजड़ी के पेड़ नष्ट किए जा रहे हैं। वो भी प्रशासन की नाक के नीचे।
इसके बाद विधायक अपने साथ DSP को लेकर मौके पर गए, जहां देर रात जलाए खेजड़ी के पेड़ की राख से धुआं उठ रहा था।

ग्रामीण गरिमा, परंपरा का सवाल
शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी 3 और 4 अगस्त की रात धरनास्थल पर ही गुजारी। तीसरे दिन आज (मंगलवार) भी वे धरने पर हैं। धरना स्थल पर काफी संख्या में लोग बैठे हैं। भाटी सर्च करवा रहे हैं कि खेजड़ी के अवशेष और कहां-कहां पर दबाए गए हैं। इसके बाद ट्रकों-ट्रैक्टरों में डालकर कटे पेड़ों को कलेक्ट्रेट ले जाने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने कहा- अगर इस मामले में जल्दी कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो खेजड़ी वृक्षों के अवशेषों को मैं खुद जिला कलेक्ट्रेट लेकर जाऊंगा और वहां प्रदर्शन करूंगा। ये केवल पर्यावरण का सवाल नहीं है, बल्कि ग्रामीण गरिमा, परंपरा और संविधान में प्रदत्त पर्यावरणीय अधिकारों की रक्षा का मुद्दा है।

क्या है पूरा मामला
बाड़मेर के शिव उपखंड के बरियाड़ा और खोड़ाल गांव में सोलर कंपनियां प्लांट लगा रही हैं। प्लांट के लिए कुछ किसानों ने जमीन दे दी। कंपनियां लीज पर ली गई जमीन पर बाउंड्री वॉल बनवा रही हैं।
किसानों का आरोप है कि बाउंड्री वॉल के बीच आने वाले किसानों को खेत तक जाने के लिए एक ही एंट्री गेट दिया गया है। ऐसे में खोड़ाव गांव के किसानों को अपने खेत में पहुंचने के लिए 15 किमी का चक्कर काटना पड़ रहा है। प्लांट के लिए कंपनियां अंधाधुंध पेड़ काट रही हैं।
खेजड़ी के पेड़ भी काटे जा रहे हैं। पेड़ काटे जाने को लेकर विरोध किया तो उपखंड अधिकारी (शिव) से शांतिभंग के दो नोटिस दिला दिए। इस मामले को लेकर पिछले 4 महीने से खोड़ाल गांव के लोग और किसान सोलर कंपनी के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। वे जमीन का उचित मुआवजा और ओरण भूमि को अलग से मवेशियों के लिए छोड़ने की मांग कर रहे हैं।
3 अगस्त को गांव के लोगों ने शिव विधायक को सूचना दी कि 2 अगस्त की रात सोलर कंपनी ने खेजड़ी के पेड़ों को काटा और जला दिया। इसके बाद 3 अगस्त की शाम 4.30 बजे के करीब विधायक मौके पर पहुंच गए थे।
जैसलमेर सहित मारवाड़ में खेजड़ी काटने के विवाद पर 4 अगस्त को वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने कहा था कि राज्य के वन क्षेत्रों में कहीं भी पेड़ों का कटाव नहीं हो रहा है।
सोलर कंपनी के प्लांट लगाने के लिए राज्य सरकार ने जमीन आवंटित की है। किसानों ने भी अपनी जमीन लीज पर दी है, लेकिन पेड़ों को नहीं काटा जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
