22.30 लाख की साइबर ठगी:आरोपी छोटू सिंह गिरफ्तार, साइबर क्राइम पुलिस की बड़ी कार्रवाई, ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर की ठगी
22.30 लाख की साइबर ठगी:आरोपी छोटू सिंह गिरफ्तार, साइबर क्राइम पुलिस की बड़ी कार्रवाई, ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर की ठगी

झुंझुनूं : जिले में साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं के बीच झुंझुनूं साइबर थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने का झांसा देकर 22 लाख 30 हजार रुपये की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी छोटू सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के बैंक खाते से अब तक करीब 5 लाख रुपये साइबर फ्रॉड से संबंधित पाए गए हैं। झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) देवेन्द्र सिंह राजावत व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (त्वरित अनुसंधान सैल) फूलचंद मीणा के मार्गदर्शन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया। यह गिरफ्तारी साइबर थाना थानाधिकारी आरपीएस रामखिलाड़ी मीणा के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा की गई।
22 लाख से ज्यादा की ठगी, मुनाफे का लालच बना जाल
घटना की शुरुआत तब हुई जब झुंझुनूं निवासी एक व्यक्ति राकेश ने साइबर थाने में शिकायत दी कि कुछ अज्ञात लोगों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए निवेश करने पर अधिक मुनाफा दिलाने का लालच दिया। आरोपियों ने धीरे-धीरे विश्वास कायम कर उससे 22 लाख 30 हजार रुपये की भारी रकम ऐंठ ली। जब ना मुनाफा मिला और ना ही रकम वापस की गई, तब राकेश को ठगी का एहसास हुआ और उसने रिपोर्ट दर्ज करवाई।
तकनीकी जांच और डिजिटल ट्रेसिंग से मिला सुराग
साइबर क्राइम पुलिस ने इस प्रकरण में अत्याधुनिक तकनीकी संसाधनों और डिजिटल ट्रेसिंग टूल्स का इस्तेमाल करते हुए ठगी के पैसों की लेनदेन का पूरा नेटवर्क खंगाला। जांच में सामने आया कि पीड़ित से ली गई राशि का एक बड़ा हिस्सा छोटू सिंह नामक व्यक्ति के बैंक खाते में गया है। पुलिस टीम ने तत्काल जोधपुर ग्रामीण के बालेसर थाना क्षेत्र के गोपालसर गांव निवासी आरोपी छोटू सिंह की तलाश शुरू की। साथ ही उसके वर्तमान पते प्रदीप नगर (राजीव गांधी नगर थाना क्षेत्र) जोधपुर पर दबिश दी गई, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
छोटू सिंह के खाते में मिले करीब 5 लाख रुपये
जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी के बैंक खाते में 4,99,998 रुपये साइबर फ्रॉड से संबंधित ट्रांजेक्शन के रूप में पाए गए हैं। यह राशि ठगी से प्राप्त की गई थी, जिसे आरोपी द्वारा विभिन्न माध्यमों से ट्रांसफर या निकासी का प्रयास किया गया था। पुलिस अब इस रकम को फ्रीज करने की कार्रवाई कर रही है, ताकि पीड़ित को राहत दी जा सके।
पूर्व में दो अन्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार
इस मामले में पहले भी दो आरोपियों चंचल सैनी और धर्मपाल को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है। पुलिस का मानना है कि यह एक संगठित गिरोह है जो सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए भोले-भाले लोगों को मुनाफे का लालच देकर ठगी करता है।
गठित टीम ने निभाई अहम भूमिका
झुंझुनूं साइबर थाना की टीम ने इस पूरे ऑपरेशन में निर्णायक भूमिका निभाई। टीम में शामिल थे : रामखिलाड़ी मीणा, थानाधिकारी, साइबर थाना झुंझुनूं, प्रवीण सिंह कांस्टेबल, सुभाष कुमार कांस्टेबल, मनीष कुमार कांस्टेबल, सुनिल चालक टीम ने दिन-रात मेहनत कर आरोपी के डिजिटल ट्रेल को ट्रैक किया और तकनीकी प्रमाणों के आधार पर उसकी सटीक लोकेशन का पता लगाकर उसे हिरासत में लिया।
कैसे करता था साइबर ठगी का खेल
आरोपी छोटू सिंह और उसका गिरोह पहले सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को जोड़ता था। फिर उन्हें “शेयर मार्केट ट्रेडिंग”, “क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट” या “फॉरेक्स इनकम” जैसे झूठे नामों से जोड़कर फर्जी निवेश योजनाएं बताता था। शुरुआत में छोटे लाभ दिखाकर लोगों का विश्वास जीता जाता, फिर उन्हें बड़ी रकम निवेश करने के लिए उकसाया जाता। जैसे ही बड़ी रकम खाते में आ जाती, आरोपी नंबर बंद कर देते या पीड़ित को ब्लॉक कर देते थे।