खेतड़ी में बेसहारा पशुओं ने सड़कों पर जमाया कब्जा: हादसों का खतरा बढ़ा, नगर पालिका प्रशासन मोन
बेसहारा पशुओं से आमजन परेशान, सब्जी मंडी में भी बेसहारा पशुओं का आतंक आए दिन होते रहते हैं हादसे, कोई रोकथाम नहीं

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा
खेतड़ी : नगर पालिका खेतड़ी की लापरवाही के चलते कस्बे की सड़कें और बाजार अब बेसहारा पशुओं का ठिकाना बन गए हैं। जगह-जगह झुंड के झुंड गाय-बैल सड़क पर बैठे रहते हैं, जिससे आए दिन हादसों का खतरा बना रहता है। जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं और कोई स्थायी समाधान अब तक नहीं निकल पाया है।जानकारी के अनुसार, नगर पालिका को बेसहारा मवेशियों को पकड़ने और रखने के लिए कांजी हाउस जैसी व्यवस्था करनी चाहिए थी, लेकिन न तो पकड़ने की गाड़ी उपलब्ध है और न ही कर्मचारी। ऐसे में मवेशी सड़कों पर बेरोकटोक घूमते रहते हैं और राहगीरों के लिए खतरा बने हुए हैं।
सब्जी मंडी में भी बेसहारा पशुओं का आतंक आए दिन होते रहते हैं हादसे, कोई रोकथाम नहीं
सब्जी मंडी में भी दिनभर बेसहारा मवेशी मंडराते रहते हैं। इससे कई बार हादसे हो चुके हैं। दुकानदार, खरीदार और दोपहिया वाहन चालक इन जानवरों की वजह से घायल हो चुके हैं। स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को तो जान जोखिम में डालकर सड़कों से गुजरना पड़ता है। कस्बेवासियों का कहना है कि नगर पालिका टैक्स तो वसूल रही है लेकिन सड़कों को सुरक्षित रखने के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। हादसा होने के बाद खानापूर्ति कर दी जाती है लेकिन स्थायी समाधान कभी नहीं निकलता।
लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही पशु पकड़ने और उनकी देखरेख की पुख्ता व्यवस्था नहीं की गई तो नगर पालिका के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। सवाल यह है कि आखिर कब तक लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सड़कों से गुजरते रहेंगे?
आमजन से अपील: जिम्मेदारी सिर्फ नगर पालिका की नहीं, आपकी भी है
खेतड़ी की सड़कों पर बढ़ते आवारा पशु जितना प्रशासन की लापरवाही का नतीजा हैं, उतनी ही जिम्मेदारी कस्बेवासियों की भी है। कई लोग अपने पालतू पशुओं को खुला छोड़ देते हैं, जिससे ये मवेशी सड़कों पर पहुंचकर हादसों की वजह बनते हैं। अगर किसी कारण से पशु पालना संभव नहीं है तो उन्हें सड़कों पर छोड़ने की बजाय गौशाला में छोड़ा जाना चाहिए। इससे मवेशी भी सुरक्षित रहेंगे और सड़कों पर चलने वाले लोगों की जान भी खतरे से बच सकेगी। कस्बेवासियों को चाहिए कि वे जागरूक होकर अपने कर्तव्य निभाएं, तभी हादसों पर रोक लगेगी और सड़कों पर व्यवस्था सुधरेगी।