शहीद की वीरांगना ने मांगी इच्छा मृत्यु:जमीन के विवाद को लेकर आत्मदाह की चेतावनी; कलेक्टर के सामने रखा पति को मिला शौर्य-सम्मान का मोमेंटो
शहीद की वीरांगना ने मांगी इच्छा मृत्यु:जमीन के विवाद को लेकर आत्मदाह की चेतावनी; कलेक्टर के सामने रखा पति को मिला शौर्य-सम्मान का मोमेंटो

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले में शहीद की वीरांगना ने प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है। वीरांगना ओम कंवर ने मंगलवार को कलेक्टर के सामने पति को मिले शौर्य-सम्मान का मोमेंटो रखकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने सात दिन में न्याय नहीं मिलने पर खेत में आत्मदाह की चेतावनी दी है। कलेक्टर को ज्ञापन में बताया कि 19 जुलाई, 2025 को पड़ोसी विकेंद्र सिंह, आनंद सिंह, राजू कंवर और सुरज्ञान सिंह ने जबरन उनके खेत पर कब्जा करने की कोशिश की। विरोध करने पर उनका मुंह दबाकर खेत से बाहर निकाल दिया। जिसको लेकर बगड़ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन पुलिस ने उनकी चोटों को मामूली बताकर कार्रवाई से मना कर दिया। पुलिस की ओर से यह भी कहा गया कि उनके पास कोई गवाह नहीं है और शरीर पर चोट के निशान भी नहीं हैं।
आत्मदाह की चेतावनी
उन्होंने कहा कि वो पिछले आठ महीनों से न्याय के लिए भटक रहीं हैं। इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन ने उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया। वह मानसिक रूप से टूट चुकी हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सात दिन के अंदर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वो अपने खेत में आत्मदाह कर लेंगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
कोर्ट स्टे के बाद भी जबरन निर्माण
वीरांगना ने शिकायत दी है कि उन लोगों से उन्हें जान का खतरा भी है। वे उनकी जमीन पर जबरन निर्माण कर रहे हैं, जबकि इस जमीन पर कोर्ट का स्टे है। उनके घर की खिड़कियां और दरवाजे तक उखाड़ दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे लोग मुझसे कह रहे हैं कि जमीन हमारे नाम कर दो, नहीं तो ऐसे ही मारते रहेंगे। मैं महिला होने के साथ अकेली हूं, उनका मुकाबला नहीं कर सकती। पति नायक सुरेंद्र सिंह 1988 में श्रीलंका में शहीद हुए थे।
आरोपियों ने झूठा केस दर्ज कराया
वीरांगना का आरोप है कि घटना के दो दिन बाद आरोपियों ने उनके जेठ के बेटे विक्रम सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ का झूठा मामला दर्ज करा दिया, ताकि उन्हें और उनके परिवार को फंसाया जा सके। ओम कंवर का कहना है कि पुलिस इस मामले में भी उनकी बात नहीं सुन रही है और विक्रम सिंह का सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवाया जा रहा है।

शहीद का नाम हटवाने की साजिश
ओम कंवर ने ज्ञापन में यह भी कहा कि उनके पति नायक सुरेंद्र सिंह के नाम पर चिचड़ौली गांव में एक स्कूल का नाम रखा गया था। अब कुछ लोग उस स्कूल से शहीद का नाम हटवाने की साजिश रच रहे हैं, जो उनके लिए अपमानजनक है।
प्रशासन बात नहीं सुनता
ओम कंवर का कहना है कि वे कई बार बगड़ थाने गईं, झुंझुनूं कलेक्ट्रेट गईं और अधिकारियों के सामने न्याय के लिए गुहार लगाई, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली। प्रशासन बात नहीं सुनता। जिनसे सुरक्षा की उम्मीद थी, वही मेरी आवाज दबा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अब थक चुकी हूं, इस इज्जत का क्या करूं जब न्याय ही नहीं मिलता।
खेत में ही किया जाए अंतिम संस्कार
ओम कंवर ने कहा कि यदि उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति नहीं दी गई और सात दिनों के भीतर कोई सुनवाई नहीं हुई, तो वह अपने खेत में आत्मदाह करेंगी। उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा को लेकर भी कहा कि उनका अंतिम संस्कार उसी खेत में किया जाए, जो उनके लिए संघर्ष और अपमान का प्रतीक बन गया है।
जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी
मामले को लेकर बगड़ थानाधिकारी चन्द्रभान चौधरी ने बताया कि दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज है और जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गांव में अकेली रहती हैं वीरांगना
वीरांगना ओम कंवर गांव में अकेली रहती हैं। उनके एक बेटा है जो सेना में हवलदार के पद पर जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में तैनात है। बहू अपनी दो बेटियों की पढ़ाई के लिए जयपुर में रहती है।