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मंदिर में पुजारी और बेटे पर जानलेवा हमला:सर्व समाज ने किया विरोध-प्रदर्शन,एसपी को ज्ञापन; आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

मंदिर में पुजारी और बेटे पर जानलेवा हमला:सर्व समाज ने किया विरोध-प्रदर्शन,एसपी को ज्ञापन; आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग

मंदिर में पुजारी और बेटे पर जानलेवा हमला:सर्व समाज ने किया विरोध-प्रदर्शन,एसपी को ज्ञापन; आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग

झुंझुनूं : झुंझुनूं में चूड़ी अजीतगढ़ में स्थित श्याम मंदिर में पुजारी और उनके बेटे पर कुल्हाड़ी व लोहे के हथियार से जानलेवा हमला करने के मामले में सोमवार को विप्र समाज के प्रतिनिधियों के साथ सर्व समाज के लोगों ने एकजुट होकर कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में प्रतिनिधिमंडल ने जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

असामाजिक तत्वों ने किया था हमला

ज्ञापन में बताया गया कि 25 जुलाई को मुकुंदगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया गया था श्याम मंदिर के पुजारी संतोष कुमार शर्मा और उनके पुत्र अमित पर कुछ असामाजिक तत्वों ने उस समय हमला किया, जब वे मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे। हमले में पुजारी संतोष के सिर पर गंभीर चोटें आईं, जिन्हें 17 टांके आए हैं। वहीं, उनके बेटे अमित के सिर और हाथ में भी गंभीर चोटें आई हैं।

हमले के आरोपियों में काल, विकास वर्मा, रणजीत पुत्र ओमप्रकाश वर्मा, मोनू वर्मा और उनके 2-3 अन्य साथी शामिल हैं। ज्ञापन में कहा गया कि ये सभी आरोपी लंबे समय से पुजारी परिवार को परेशान कर रहे हैं, आए दिन गाली-गलौच व अभद्र व्यवहार करते हैं, और टोका-टोकी करने पर झगड़ा करते हैं।

लोग बोले- सुनियोजित हमला किया

प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि यह कोई सामान्य मारपीट नहीं बल्कि धार्मिक स्थल पर सुनियोजित जानलेवा हमला है, जो सीधे तौर पर समाज की धार्मिक आस्था पर प्रहार है। इसलिए इस मामले में धारा 307 के तहत दर्ज मुकदमे में जल्द गिरफ्तारी कर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि अपराधियों के हौसले पस्त हों और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन से यह भी मांग की कि पीड़ित पुजारी परिवार को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाए, क्योंकि हमलावर आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और भविष्य में जानमाल का खतरा बना हुआ है।

मंदिर जैसी जगह भी सुरक्षित नहीं

कमल कांत शर्मा ने कहा कि एक धार्मिक स्थल पर इस तरह का हमला पूरे समाज के लिए चिंताजनक है। जब मंदिर जैसे स्थान भी असुरक्षित हो जाएं तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित महसूस करेगा? उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि मंदिर परिसर की सुरक्षा और पुजारी परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाए। ज्ञापन लेने के बाद पुलिस अधीक्षक ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष व सख्त कार्रवाई की जाएगी तथा जांच में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।

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