चिड़ावा उप जिला अस्पताल जर्जर हालात में, बारिश में टपक रही छत, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
चिड़ावा उप जिला अस्पताल जर्जर हालात में, बारिश में टपक रही छत, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : निरंजन सैन
चिड़ावा : चिड़ावा कस्बे का उप जिला अस्पताल इन दिनों बदहाल स्थिति में है। बारिश के मौसम में अस्पताल की छतों से पानी टपक रहा है, जिससे बरामदे जलमग्न हो गए हैं। जगह-जगह सीलन और दरारें दिख रही हैं, और कई दीवारें गिरने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। मरीजों और स्टाफ को न केवल असुविधा हो रही है बल्कि जान का भी खतरा बना हुआ है।
स्थानीय प्रशासन को कई बार अस्पताल की मरम्मत के लिए अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। अस्पताल में आने वाले लोगों को बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। लेबर रूम के बाहर की छत से लगातार पानी टपक रहा है, जिससे मरीजों को फर्श पर खड़े रहना मुश्किल हो गया है।
पीएमओ संदीप जांगिड़ ने बताया कि अस्पताल की छतों की मरम्मत करवाई जाएगी, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए चिड़ावा को एक नए उप जिला अस्पताल भवन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भवन की स्थिति किसी भी समय हादसे को जन्म दे सकती है, ऐसे में नया निर्माण प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस समय अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग से न सिर्फ मरीजों व उनके परिजनों को खतरा है, बल्कि स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी कार्य करना मुश्किल होता जा रहा है। बरसात के कारण बिजली के कनेक्शन और उपकरणों में भी दिक्कतें आने लगी हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को जल्द इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। अगर समय रहते अस्पताल की स्थिति नहीं सुधारी गई, तो यहां बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
चिड़ावा का उप जिला अस्पताल कई गांवों के लोगों के लिए मुख्य स्वास्थ्य केंद्र है। ऐसे में इसका मजबूत और सुरक्षित भवन होना जरूरी है, जिससे आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। चिड़ावा उप जिला अस्पताल की बदतर स्थिति न केवल मरीजों बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र के लिए चिंता का विषय है। प्रशासन को जल्द से जल्द मरम्मत के साथ-साथ नए भवन के निर्माण की दिशा में कदम उठाना चाहिए, जिससे किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके और आमजन को सुरक्षित स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो।