[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सूचना केंद्र का जबरदस्ती अधिग्रहण का मामला, सीएमओ तक पहुंची बात


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

सूचना केंद्र का जबरदस्ती अधिग्रहण का मामला, सीएमओ तक पहुंची बात

डीआईपीआर जयपुर से डीडी आए झुंझुनूं पत्रकारों को किया आश्वस्त, कहा पत्रकारों के हित में होगा फैसला

झुंझुनूं : सूचना केंद्र के प्रेस वार्ता, पुस्तकालय और वाचनालय भवन को अधिग्रहित कर एसीबी न्यायालय को आवंटन के खिलाफ उठी आवाज और बढते आक्रोश के बाद प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। पत्रकारों के विरोध की आवाज मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई है। जिसके बाद मंगलवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग जयपुर मुख्यालय से उप निदेशक कुमार अजय झुंझुनूं पहुंचे। उन्होंने आते ही पीआरओ हिमांशु सिंह से सारी वस्तुस्थिति जानी और इसके बाद पत्रकारों से चर्चा की। पत्रकारों से चर्चा करते हुए कुमार अजय ने पूरी बात समझी। इसके बाद कुमार अजय ने जिला कलेक्टर डॉ. अरूण गर्ग से मुलाकात की और दोनों के बीच सारगर्भित व सकारात्मक चर्चा होने की जानकारी मिली है। इस चर्चा के बाद वापिस लौटे उप निदेशक कुमार अजय ने आश्वस्त किया है कि जिला कलेक्टर डॉ. अरूण गर्ग इस मामले को लेकर सकारात्मक है। वहीं विभाग भी पत्रकारों के हितों के लिए सकारात्मक है। उन्होंने कहा कि वे अभी कुछ फैसला लेने की स्थिति में तो नहीं है। लेकिन यह तय है कि जो भी फैसला होगा। उसमें पत्रकारों का हित सर्वोपरी होगा। उप निदेशक कुमार अजय और पीआरओ हिमांशु सिंह के आश्वासन के बाद पत्रकारों ने अभी उग्र आंदोलन को स्थगित कर दिया है। साथ ही चेताया है कि जब तक इस मामले का पूरी तरह पटाक्षेप नहीं होगा। तब तक पीआरओ के आफिशियिल व्हाट्स एप ग्रुप से कोई भी पत्रकार नहीं जुड़ेगा। जिला प्रशासन की प्रेस कांफ्रेंस का बहिष्कार और सरकारी खबरों का बहिष्कार जारी रहेगा।

पहले सौंपा ज्ञापन, फिर एसी लगाने की घोषणा की

पत्रकारों के समर्थन में मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एमडी चोपदार ने भी कलेक्टर को ज्ञापन दिया और पत्रकारों के हितों की रक्षा करते हुए सूचना केंद्र को सिर्फ और सिर्फ पत्रकारों के लिए रहने देने की मांग की। इसके बाद चोपदार, मुस्लिम न्याय मंच के अध्यक्ष इमरान बड़गुर्जर, नरहड़ दरगाह के पूर्व सचिव उस्मान अली मालीगांव आदि सूचना केंद्र में पत्रकारों की बैठक में पहुंचे और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस मौके पर पत्रकारों की मांग पर प्रेस क्लब भवन में दो एयर कंडीशन लगाने की घोषणा चोपदार ने की और कहा कि इस भवन के रिनोवेशन के लिए भी वे हर संभव मदद करेंगे।

मंगलवार को भी जारी रहे प्रदर्शन और विरोध
इधर, मंगलवार को भी पत्रकारों के समर्थन और जिला प्रशासन के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन कर विरोध किया और पत्रकारों का हर लड़ाई में साथ देने का वादा किया। गुढ़ा में एसफआई नेता विकास जैदिया के नेतृत्व में प्रदर्शन कर कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया गया। तो वहीं भाकपा माले, मुस्लिम न्याय मंच, मदरसा बोर्ड अध्यक्ष एमडी चोपदार, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग, उदयपुरवाटी प्रेस क्लब आदि संगठनों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे।

भाकपा-माले ने जन संगठनों के साथ बैठक कर किया विरोध
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी ), अखिल भारतीय किसान महासभा, राजस्थान निर्माण मजदूर संगठन की बैठक में सूचना केंद्र को जिला प्रशासन द्वारा अधिगृहित करने के प्रयासों की कड़ी निंदा की। बैठक में इस बात पर हैरानी जताई कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया जिला मुख्यालय पर जिला प्रशासन को अपनी पीड़ा सुनानी वाली आम जनता के दुख दर्दों को अभिव्यक्त करने को लिए हर वक्त सूचना केंद्र में सहजता से उपलब्ध हो जाता था। जिला मुख्यालय पर आने वाली जनता को पढ़ने के लिए वाचनालय में अखबार उपलब्ध हो जाते थे। जिला प्रशासन के इस कदम को हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वर्चुअल बैठक में पार्टी के केंद्रीय कमेटी सदस्य एवं अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा, राष्ट्रीय सचिव एवं जिला पार्टी सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि, किसान महासभा जिला अध्यक्ष कामरेड ओमप्रकाश झारोड़ा, जिला उपाध्यक्ष कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, रामस्वरूप मणकश, अनिल रेप्सवाल टोनी, कामरेड रामावतार शर्मा, विद्याधर सिंह गर्सा, सुरेंद्र सिंह पीपली, राजस्थान निर्माण मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष कामरेड मनफूल सिंह, जिला सचिव कामरेड शीशराम गोठवाल, कामरेड सुरेश महला, कामरेड वीरभान सिंह, कामरेड हरिसिंह वेदी, कामरेड रामसिंह बराला, कामरेड हरिओम काला, रविन्द्र पायल आदि शामिल थे।

पत्रकारों की हर लड़ाई में साथ : चोपदार
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष एमडी चोपदार ने पत्रकारों के आंदोलन में समर्थन देते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। चोपदार ने बताया कि झुंझुनूं सूचना केंद्र भवन के अधिग्रहण के प्रयासों के विरुद्ध जिले के पत्रकारों द्वारा उठाई जा रही आवाज पूरी तरह उचित और न्यायसंगत है। प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, और उसके अस्तित्व, गरिमा और सुविधाओं से छेड़छाड़ किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं की जा सकती। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूर्व में मिले स्पष्ट आश्वासनों के बावजूद फिर से पीआरओ कार्यालय की बिल्डिंग को एसीबी न्यायालय के लिए आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इससे न केवल पत्रकारों की सुविधाएं प्रभावित होंगी, बल्कि याचनालय एवं पुस्तकालय जैसी अहम संस्थाए भी समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने तीन सूत्री मांगों में सूचना केंद्र परिसर की मूल संरचना और उद्देश्य से छेडछाड़ तत्काल रोकने, एसीबी न्यायालय के लिए अन्य वैकल्पिक सरकारी भवनों की पहचान करने तथा दोषी अधिकारियों की भूमिका की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है। मुस्लिम न्याय मंच के अध्यक्ष इमरान बड़गुर्जर ने बताया कि पत्रकारों की मांगों को नजर अंदाज किया गया तो झुंझुनूं जिला स्तर से लेकर प्रदेश तक आंदोलन के लिए तत्पर रहेगी। प्रेस मीडिया एवं सोशल मीडिया की आवाज को दबाने का कोई भी प्रयास हम सहन नहीं करेंगे। इस अवसर पर उस्मान पठान, कैप्टन सुल्तान खान, यूनुस रंगरेज, इश्तियाक कुरैशी, एजाज मोहम्मद, इकराम खान, इमरान चौहान, हबीब खान, साहिल खान, गुलशेर खान, अनिश, फिरोज खान व समीर पठान मौजूद थे।

विरोध में उदयपुरवाटी प्रेस क्लब ने सौंपा ज्ञापन
झुंझुनूं के सूचना केंद्र में वर्ष 1990 से संचालित वाचनालय और पुस्तकालय को हटाए जाने की प्रक्रिया को लेकर पत्रकारों में असंतोष की लहर दौड़ गई है। मंगलवार को प्रेस क्लब उदयपुरवाटी ने एसडीएम को ज्ञापन देकर विरोध दर्ज कराया। जिला हैड क्वार्टर पर स्थित सूचना केंद्र को जिला प्रशासन की ओर से एसीबी कोर्ट के लिए प्रदान किया जा रहा है। पत्रकार संगठन भी प्रशासन के इस फैसले का विरोध कर रहे है। सामाजिक और राजनीतिक संगठन भी जिला प्रशासन के फैसले के खिलाफ है। पत्रकारों ने भी कलेक्टर से मिलकर इस फैसले का विरोध जताया है। प्रेस क्लब की ओर से बताया गया कि सूचना केंद्र झुंझुनूं शहर के बीचों-बीच एक ऐसा स्थान है। जहां छात्र वर्षों से अध्ययन करते आए हैं। यहां स्थापित वाचनालय और पुस्तकालय का उपयोग न केवल छात्र बल्कि स्थानीय शिक्षक, प्रतियोगी परीक्षार्थी और अन्य पढ़ने-लिखने वाले नागरिक भी करते रहे हैं। पिछले 30 वर्षों में यह स्थान जिले के शैक्षिक केंद्रों में अपनी अलग पहचान बना चुका है। मीडिया प्रभारी जितेंद्र बंशीवाला ने कहा कि सूचना केंद्र में संचालित यह वाचनालय और पुस्तकालय शहर के सैंकड़ों छात्रों की पढ़ाई का केंद्र रहा है। यहां हर रोज दर्जनों छात्र सुबह से शाम तक बैठकर पढ़ाई करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों के लिए यह विशेष रूप से उपयोगी रहा है। क्योंकि उन्हें शहर में न तो पढ़ने का उपयुक्त स्थान मिलता है और न ही पुस्तकालय जैसी सुविधा। ऐसे में इस स्थान को खत्म किया जाना केवल एक भवन परिवर्तन नहीं बल्कि अध्ययनशील युवाओं के भविष्य से जुड़ा हैं। विकास योगी ने कहा कि यह केंद्र वर्षों से छात्रों के लिए एक सुरक्षित और शांत वातावरण देता आया है। यह निर्णय यदि बिना विकल्प तय किए लागू किया गया तो इससे कई प्रतियोगी छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि आगे भी छात्रों के हक में आवाज उठाती रहेगी, ताकि जिले में शिक्षा-संवेदनशील वातावरण बना रहे। संजय रेप्सवाल ने बताया कि प्रेस क्लब उदयपुरवाटी के प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें यह मांग की गई कि सूचना केंद्र में वाचनालय और पुस्तकालय को यथावत बनाए रखा जाए और अगर कोई बदलाव प्रस्तावित हो तो छात्रों से संवाद कर ऑप्शनल समाधान निकाला जाए। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि सूचना केंद्र एकमात्र ऐसा स्थल है, जो बिना शुल्क लिए पूरे जिले के छात्रों और पाठकों को सुलभ वातावरण में पढ़ने का अवसर देता है। यहां उपलब्ध समाचार पत्र, प्रतियोगी पुस्तकें और सैकड़ों संदर्भ सामग्री वर्षों से अध्ययन का आधार रही हैं। पुस्तकालय में आने वाले छात्र न केवल शैक्षणिक बल्कि सामाजिक और वैचारिक दृष्टि से भी विकास करते हैं, जिसे बंद करना या स्थानांतरित करना जल्दबाजी और असंतुलन पैदा करने वाला कदम होगा। इस दौरान अध्यक्ष विकास कनवा, पूर्व अध्यक्ष विकास योगी, सचिव मुकेश वर्मा, उपाध्यक्ष सुमेर राव, पूर्व सचिव संजय रेप्सवाल, कैलाश बबेरवाल, मीडिया प्रभारी जितेंद्र कुमार राठी सहित क्लब के पदाधिकारी एवं सदस्य व संरक्षक मौजूद रहे।

Related Articles