नरेश मीणा बोले- आवेश में आकर घटना हुई, अफसोस है:25 साल से राजनीति में हूं, बड़ा पद नहीं मिलने से निराश था, खाटूश्यामजी के दर्शन किए
नरेश मीणा बोले- आवेश में आकर घटना हुई, अफसोस है:25 साल से राजनीति में हूं, बड़ा पद नहीं मिलने से निराश था, खाटूश्यामजी के दर्शन किए

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नैना शेखावत
सीकर : देवली-उनियारा उपचुनाव-2024 में उपखंड अधिकारी (SDM) को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा आज(मंगलवार) खाटूश्यामजी पहुंचे और दर्शन किए। उन्होंने कहा- मैं बाबा खाटूश्याम का आशीर्वाद लेने यहां आया हूं। वह घटना(एसडीएम थप्पड़कांड और समरावत हिंसा) जो घटित हुई थी, वह तात्कालिक घटना थी। उस समय वहां जो कंडीशन बनी, वह दुर्भाग्यपूर्ण थी। आवेश में आकर यह घटना हुई। आज मुझे भी बहुत अफसोस हो रहा है।
मुझे चुनाव के बाद सीधा पैदल-पैदल बाबा खाटूश्याम के दरबार में आना था। लेकिन उस घटना के बाद से मैं 8 महीने तक जेल में रहा और कल(सोमवार) ही जेल से बाहर निकला हूं। जेल से निकलने के बाद मेरा मन था कि सीधा बाबा खाटूश्याम के दरबार में आऊं, और आज हम यहां आएं हैं।
मैंने यहां आकर बाबा श्याम से आशीर्वाद मांगा है। मैंने बाबा से शक्ति मांगी है, जिस तरह से मुझे जनता का आशीर्वाद मिल रहा है, ईश्वर मुझे और अच्छी शक्ति दे। ताकि मैं जनता के हितों के लिए काम करता रहूं। मैं अपने लिए लोगों के दिल में जगह बना पाऊं, ऐसी मैं कामना करता हूं।

25 साल से राजनीति में हूं, बड़ा पद नहीं मिलने से निराश था
मीणा ने कहा- मैं 20-25 साल से राजनीतिक जीवन में हूं। मैं उम्मीद करता था कि मुझे बड़ा पद मिले, लेकिन वह नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद में निराश हो गया था। फिर मैंने सोचा कि बाबा श्याम के दरबार में धोक लगानी चाहिए। इस घटना से पहले मैं यहां आया था और यहां आने के बाद मेरा टिकट कट गया और सारे घटनाक्रम हुए।
मुझे लगता है कि सब बाबा की कृपा हो रही है। शायद मैं विधायक बनकर भी इतना सब कुछ नहीं कर पाता। आज मुझे बाबा के आशीर्वाद से जनता जनार्दन का आशीर्वाद मिल रहा है। मीणा ने कहा- कोई शक्ति है, जो मुझे कह रही है कि मैं ज्यादा से ज्यादा जनता के लिए काम करूं। बाबा ने और कोई बड़ा मुकाम मेरे लिए सोचा है।
बाबा श्याम को चांदी का निशान और छत्र भेंट किया
नरेश मीणा ने कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मंगलवार को अपने समर्थकों और परिवार के साथ खाटूश्यामजी मंदिर में बाबा श्याम के दर्शन किए। नरेश मीणा ने बाबा श्याम को चांदी का निशान और छत्र भेंट कर आभार जताया। श्री श्याम मंदिर कमेटी ने नरेश मीणा और उनके परिवार के लिए विधिवत पूजा-अर्चना करवाई। इस दौरान मंदिर में भारी भीड़ और समर्थकों की मौजूदगी रही। पूजा के बाद नरेश मीणा ने श्याम बगीची में संत शिरोमणि आलो सिंह जी महाराज के भी दर्शन किए। मीणा ने कहा- बाबा श्याम ने मेरी अरदास सुनी। उनकी कृपा से ही मुझे जमानत मिली। आज मैं पूरे परिवार के साथ उनके चरणों में आभार प्रकट करने आया हूं।
समरावता हिंसा मामले में कल ही मिली थी जमानत
देवली-उनियारा उपचुनाव-2024 में उपखंड अधिकारी (SDM) को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा सोमवार को जेल से बाहर आ गए। वे 8 महीने से टोंक जेल में बंद थे। 11 जुलाई को राजस्थान हाईकोर्ट ने समरावता हिंसा केस में जमानत दी थी। थप्पड़कांड में नरेश को पहले ही जमानत मिल चुकी थी।
बता दें कि 13 नवंबर 2024 को टोंक के समरावता गांव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद समरावता सहित कई इलाकों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटना हुई थी। इससे पहले नरेश मीणा की दो जमानत याचिकाएं हाईकोर्ट से खारिज हो चुकी थी।