[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

तिरंगे में लिपटकर चिड़ावा लौटा फौजी राकेश, बहन ने सल्यूट कर कहा- मुझे फक्र है मेरे भाई पर


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चिड़ावाझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

तिरंगे में लिपटकर चिड़ावा लौटा फौजी राकेश, बहन ने सल्यूट कर कहा- मुझे फक्र है मेरे भाई पर

बीएसएफ के एएसआई का हार्ट अटैक से निधन:पीटी के बाद बिगड़ी तबीयत, 2 दिन बाद छुट्टी पर आने वाले थे घर

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : निरंजन सैन 

चिड़ावा : पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में तैनात बीएसएफ की 67वीं बटालियन के एएसआई राकेश कुमार पायल का शुक्रवार सुबह हार्ट अटैक से निधन हो गया। जिनका शनिवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। राकेश कुमार पायल (48 ) रेडियो ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे। राकेश 11 जुलाई को सुबह पीटी और नाश्ते के बाद नहाने गए थे। इस दौरान सीने में तेज दर्द उठा। उन्हें तुरंत बगदाह रूरल हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां सुबह 9:25 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

लोगों ने निकाली तिरंगा यात्रा

बीएसएफ के एएसआई राकेश कुमार पायल की पार्थिव देह ओजटू बाईपास पहुंचीं। तिरंगा यात्रा के साथ नया बस स्टैंड, स्टेशन रोड, कबूतरखाना होते हुए पिलानी रोड पर विकास नगर स्थित आवास पर पहुंची। जहां मां शरबती देवी, पत्नी वंदना, बहन सुमन, कृत और सरोज का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस दौरान बहनों और मां ने अंतिम सलामी दी और भारत माता के जयकारे और राकेश कुमार अमर रहे नारे लगाए।

एएसआई राकेश कुमार पायल

इस दौरान पत्नी वंदना रोते-रोते बेहोश हो गईं। उन्हें महिलाओं ने संभाला। जयपुर से साथ आई बीएसएफ की टुकड़ी ने अंतिम सलामी दी। जिसके बाद पार्थिव देह को खेतड़ी रोड स्थित श्मशान घाट ले जाया गया। वहां पर सेना और बीएसएफ अधिकारियों और जवानों के साथ ही जनप्रतिनिधियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। अधिकारियों ने पार्थिव देह से उतारा गया तिरंगा पायल के पुत्रों आशीष और आकाश को सौंपा। जिसके बाद पुत्रों ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।

बहन ने पार्थिव देह को किया सैल्यूट

एएसआई राकेश कुमार की पार्थिव देह जब उनके निवास पर पहुंची तो मौके पर कोहराम मच गया। पार्थिव देह को देख कर उनकी पत्नी बेसुध हो गई। वहीं राकेश कुमार पायल की बहन सुमन ने पार्थिव देह को सैल्यूट दिया और राकेश भाई अमर रहो के नारे लगाए। वहीं राकेश कुमार की मां शरबती देवी पार्थिव देह को देख कर कहा कि तेरे बच्चे को ब्याह करके ही …मरूंगी।

बता दें कि एएसआई पायल मूल रूप से झुंझुनूं जिले के ढाढोत कलां के रहने वाले थे। पिछले 35 वर्षों से उनका परिवार चिड़ावा में रह रहा है। उनके परिवार में पत्नी वंदना देवी और दो बेटे आशीष व आकाश हैं। उनकी तीन बहनें सुमन, कृत और सरोज हैं। उनके पिता धर्मपाल भी बीएसएफ में हेड कॉन्स्टेबल थे।

बहन ने पार्थिव देह को किया सैल्यूट

एएसआई राकेश कुमार की पार्थिव देह जब उनके निवास पर पहुंची तो मौके पर कोहराम मच गया। पार्थिव देह को देख कर उनकी पत्नी बेसुध हो गई। वहीं राकेश कुमार पायल की बहन सुमन ने पार्थिव देह को सैल्यूट दिया और राकेश भाई अमर रहो के नारे लगाए। वहीं राकेश कुमार की मां शरबती देवी पार्थिव देह को देख कर कहा कि तेरे बच्चे को ब्याह करके ही …मरूंगी।

बता दें कि एएसआई पायल मूल रूप से झुंझुनूं जिले के ढाढोत कलां के रहने वाले थे। पिछले 35 वर्षों से उनका परिवार चिड़ावा में रह रहा है। उनके परिवार में पत्नी वंदना देवी और दो बेटे आशीष व आकाश हैं। उनकी तीन बहनें सुमन, कृत और सरोज हैं। उनके पिता धर्मपाल भी बीएसएफ में हेड कॉन्स्टेबल थे।

एएसआई रविवार को आने वाले थे घर

नवीन फौजी पिचानवा ने बताया कि पायल की छुट्टियां मंजूर हो चुकी थीं। वे रविवार को घर आने वाले थे। शनिवार की ट्रेन की टिकट भी बुक थी और ड्यूटी पर उनका रिलीवर भी आ गया था।

ये मौजूद रहे

इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया, पूर्व पालिकाध्यक्ष सुभाष शर्मा, वरिष्ठ पार्षद योगेन्द्र कटेवा, राजेंद्र पाल सिंह कोच, शीशराम सैनी बिल्लू, पार्षद निरंजन लाल सैनी, निखिल चौधरी, सत्यपाल जांगिड़, गंगाधर सैनी, देवेंद्र सैनी, कृष्ण कुमार स्वामी, संजय नूनिया, राजेश गोदारा, डॉ. हरिसिंह पायल, गौरव सेनानी संघ के शीशराम डांगी, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष नरेंद्र गिरधर, भाजयुमो नगर अध्यक्ष अशोक शर्मा, राजेश वर्मा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, शहरवासी और पायल के पैतृक गांव से ढ़ाढोत से भी काफी ग्रामीण मौजूद रहे।

देखे तशवीरे :

एएसआई राकेश कुमार की पार्थिव देह को देख कर बहन और मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
एएसआई राकेश कुमार की पार्थिव देह को देख कर बहन और मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
एएसआई राकेश कुमार की पार्थिव देह जब उनके निवास पर पहुंची तो उनकी पत्नी बेसुध हो गई।
एएसआई राकेश कुमार की पार्थिव देह जब उनके निवास पर पहुंची तो उनकी पत्नी बेसुध हो गई।

Related Articles