वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी ने बंद की स्ट्रीट लाइट, आक्रोशित शहरवासी पहुंचे नगरपालिका
वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी ने बंद की स्ट्रीट लाइट, आक्रोशित शहरवासी पहुंचे नगरपालिका

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
डूंडलोद : डूंडलोद कस्बे में नगरपालिका की लापरवाही के खिलाफ शुक्रवार को भारी आक्रोश देखने को मिला। तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज़ स्ट्रीट लाइट ऑपरेटर ने लाइटें बंद कर दी, जिससे दो दिनों से कस्बा अंधेरे में डूबा हुआ है। इससे राहगीरों और आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नगरपालिका क्षेत्र में भामाशाहों द्वारा लगभग 60 लाख रुपए की लागत से लगाई गई स्ट्रीट लाइटें अब बंद पड़ी हैं। जब लोगों ने संबंधित कर्मचारी से संपर्क किया, तो उसने स्पष्ट कहा कि जब तक वेतन नहीं मिलेगा, तब तक लाइटें न चालू की जाएंगी और न ही बंद। यही स्थिति मढ़ पंप ऑपरेटर और सफाई कर्मचारियों की भी है – महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण कामकाज बाधित हो गया है।
इस गंभीर स्थिति से क्षुब्ध होकर स्थानीय निवासी नगरपालिका कार्यालय पहुंचे, लेकिन वहां उन्हें ईओ अनुपस्थित मिले। इसके बाद क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों ने एसडीएम को पूरे मामले की जानकारी दी और समस्या के शीघ्र समाधान की मांग की।
इस मौके पर हरफूल पूनिया, भाजपा नेता शंकरलाल शर्मा, भीमसिंह बड़गुर्जर, सुरेश नुआवला, घनश्याम भास्कर, मदन स्वामी, किशन उदावत, शुभम बड़गुर्जर, दीपक पंवार, शौकत अली, देवा पारीक सहित सैकड़ों नागरिक उपस्थित रहे।
जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि कर्मचारियों को तुरंत वेतन दिया जाए, ताकि जरूरी सेवाएं बहाल हो सकें। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अब लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि नगरपालिका प्रशासन की जिम्मेदारी तय की जाए और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।