केंद्र के नए श्रम कानून का विरोध:सीटू राजगढ़ ने किया प्रदर्शन, पुरानी पेंशन योजना और मनरेगा मजदूरी बढ़ाने की मांग
केंद्र के नए श्रम कानून का विरोध:सीटू राजगढ़ ने किया प्रदर्शन, पुरानी पेंशन योजना और मनरेगा मजदूरी बढ़ाने की मांग

सादुलपुर : राजगढ़ में सीटू ने केंद्र सरकार के नए श्रम कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। संगठन का कहना है कि नया श्रम कानून पूंजीपतियों के पक्ष में है। यह मजदूर वर्ग के सामाजिक और आर्थिक जीवन को प्रभावित करेगा। सीटू ने 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर बनाए गए 4 नए लेबर कोड को वापस लेने की मांग की है। साथ ही सभी श्रमिकों को 10,000 रुपए मासिक पेंशन की मांग भी रखी है।
संगठन ने ठेका प्रथा को समाप्त करने और ठेका श्रमिकों को स्थाई कर्मचारियों के बराबर वेतन देने की मांग की। अग्निपथ योजना को तुरंत निरस्त करने की भी मांग की गई। 30 करोड़ से अधिक गैर-अंकित श्रमिकों को आई-श्रम पोर्टल में पंजीकृत करने की मांग रखी गई। किसानों को स्वामीनाथन आयोग के अनुसार फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की मांग की गई।
मनरेगा के कार्य दिवस बढ़ाकर 200 करने और प्रतिदिन 600 रुपए मजदूरी देने की मांग की गई। पुरानी पेंशन योजना को लागू करने और नई पेंशन योजना को समाप्त करने की मांग भी रखी गई। प्रदर्शन में हरिराम टांडी, रामनिवास भैंसली, राम सिंह सारण, डॉ रामनिवास लाम्बा समेत सीटू के कई नेता शामिल हुए। रेलवे यूनियन के सीताराम, अजीत सिंह पूनिया और कुरड़ाराम दमीवाल जैसे अन्य संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।