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स्विमिंग-पूल में डूबने से 10 साल के मासूम की मौत:पेरेंट्स को बिना बताए टीचर्स लेकर गए थे, ट्रेनिंग देते- देते खुद ही नहाने लगे


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स्विमिंग-पूल में डूबने से 10 साल के मासूम की मौत:पेरेंट्स को बिना बताए टीचर्स लेकर गए थे, ट्रेनिंग देते- देते खुद ही नहाने लगे

स्विमिंग-पूल में डूबने से 10 साल के मासूम की मौत:पेरेंट्स को बिना बताए टीचर्स लेकर गए थे, ट्रेनिंग देते- देते खुद ही नहाने लगे

झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर में ट्यूशन एकेडमी में पढ़ने गए एक 10 वर्षीय मासूम की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। बच्चे के पेरेंट्स को बिना जानकारी दिए एकेडमी के टीचर उन्हें एक स्विमिंग पूल पर ले गए थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, स्विमिंग पूल में बच्चों के लिए अलग से एक एरिया रिजर्व था, जिसकी गहराई करीब ढाई फीट थी। जबकि टीचर्स साढ़े 4 फिट की गहराई वाली जगह पर बच्चों को तैरना सिखा रहे थे। इस बीच टीचर्स ने खुद नहाना शुरू कर दिया और बच्चों पर ध्यान देना छोड़ दिया। मासूम की डूबने से मौत हो गई। आनन- फानन में बच्चे को हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

हादसा आज सुबह 11 बजे मंड्रेला बाईपास स्थित एक स्विमिंग पूल पर हुआ। पुलिस ने मृतक मयंक के पिता मनोज कुमार की शिकायत पर ट्यूशन एकेडमी और स्विमिंग पूल संचालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पिता ने बताया कि मयंक को एक अप्रैल को ही अल्फा एकेडमी में एडमिशन करवाया था।
पिता ने बताया कि मयंक को एक अप्रैल को ही अल्फा एकेडमी में एडमिशन करवाया था।

एक अप्रैल को ही करवाया था दाखिला

पुलिस के अनुसार- मृतक बच्चा मयंक पुत्र मनोज कुमार मूलतः लोयल गांव का रहने वाला था। मयंक के पिता मनोज पिछले 4 वर्षों से बगड़ क्षेत्र के भूपेंद्र गोदारा के खेत में बंटाई पर खेती करते है। मयंक को एक अप्रैल से अग्रसेन सर्किल स्थित अल्फा एकेडमी में ट्यूशन के लिए भेजा था, जहां वो सैनिक स्कूल में प्रवेश की तैयारी कर रहा था। तब से बच्चा एकेडमी के ही हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था।

बच्चों को स्विमिंग सिखाते हुए टीचर खुद नहाने लगे

आज सुबह करीब 11 बजे अल्फा एकेडमी के टीचर बच्चों को लेकर मंड्रेला बाईपास स्थित एक स्विमिंग पूल पर गए थे। पूल में बच्चों के लिए अलग से स्विमिंग एरिया रिजर्व था, जिसकी गहराई करीब ढाई फीट थी। वहीं टीचर साढ़े 4 फीट गहराई वाले एरिया में बच्चों को तैरना सिखा रहे थे। इस बीच टीचर्स ने खुद स्विमिंग शुरू कर दी और बच्चों पर ध्यान देना छोड़ दिया। इसी लापरवाही के बीच मयंक डूब गया।

तस्वीर में वहीं स्विमिंग पूल है, जहां डूबने से मयंक की मौत हो गई।
तस्वीर में वहीं स्विमिंग पूल है, जहां डूबने से मयंक की मौत हो गई।

हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित किया

स्विमिंग पूल संचालक को जब बच्चे के डूबने की जानकारी मिली, तब वह बच्चे को चूरू बाईपास स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। परिजन शव को लेकर बीडीके अस्पताल पहुंचे और कोतवाली पुलिस को सूचित किया। सूचना पर कोतवाली थाने से हेड कॉन्स्टेबल महावीर प्रसाद मौके पर पहुंचे और बॉडी मॉर्च्युरी में रखवाई।

पिता बोले- एकेडमी ने कोई जानकारी ही नहीं दी

मृतक मयंक के पिता मनोज कुमार ने बताया- उन्हें अल्फा एकेडमी के संचालक सुनील ने किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी। न तो स्विमिंग पूल ले जाने की सूचना दी गई, न ही इजाजत ली गई। हादसे के बाद अस्पताल पहुंचने पर ही उन्हें बेटे की मौत की खबर मिली।

हॉस्पिटल में मॉर्च्युरी के बाहर मौजूद परिजन।
हॉस्पिटल में मॉर्च्युरी के बाहर मौजूद परिजन।

कोतवाली थाना अधिकारी हरजिंदर सिंह ने बताया कि मृतक के पिता की ओर से ट्यूशन एकेडमी संचालक और स्विमिंग पूल संचालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज करवाया गया है। जांच कर रहे हैं। दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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