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तालछापर सेंचुरी में वनकर्मी की संदिग्ध मौत:खाट पर मिला शव, सिर पर चोट के निशान; तीन महीने बाद था रिटायरमेंट


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तालछापर सेंचुरी में वनकर्मी की संदिग्ध मौत:खाट पर मिला शव, सिर पर चोट के निशान; तीन महीने बाद था रिटायरमेंट

तालछापर सेंचुरी में वनकर्मी की संदिग्ध मौत:खाट पर मिला शव, सिर पर चोट के निशान; तीन महीने बाद था रिटायरमेंट

सुजानगढ़ : तालछापर कृष्ण मृग सेंचुरी में सेवारत वनकर्मी दयाराम स्वामी का शव शुक्रवार की सुबह रामपुरा साइड बनी चौकी में संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा मिला। उनके सिर पर चोट के निशान पाए गए हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि सोते समय उनके सर पर चोट मारी गई। शुक्रवार को सेंचुरी में आए पानी टैंकर के ड्राइवर ने उन्हें इस हालत में देखा तो रेंजर उमेश बागोतिया को सूचित किया। जिसके बाद बागोतिया पुलिस के साथ चौकी पहुंचे। जहां वनकर्मी दयाराम का शव खाट पर पड़ा था।

सूचना पर सुजानगढ़ एडिशनल एसपी दिनेश कुमार, डीएसपी दरजाराम, छापर एसएचओ गीता विश्नोई, बीदासर एसएचओ कैलाश चन्द्र, सांडवा एसएचओ करतार सिंह मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस के साथ चूरू से आई एसएफएल टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। दोपहर में चूरू डीएफओ वीरेंद्र कृष्णिया और मृतक वनकर्मी के परिजनों के पहुंचने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।

बता दें, कि दयाराम स्वामी पुत्र पुत्र खड़कदास मूल निवासी बिल्लू तहसील सरदारशहर टेक्नीशियन थर्ड के पद पर कार्यरत थे। वो तीन महीने बाद रिटायर होने वाले थे। ताल छापर सेंचुरी की रामपुरा चौकी में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई इस मौत पर एडिशनल एसपी दिनेश कुमार ने कहा कि मामले में अभी कुछ भी साफ नहीं है। पुलिस इन्वेस्टिगेशन के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। वहीं डीएफओ कृष्णिया ने कहा कि दयाराम अच्छे वनकर्मी थे। उनकी किसी से अनबन नहीं थी। हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है। नियमानुसार और व्यक्तिगत रूप से जितनी परिवार की मदद की जा सके करेंगे।

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