सीकर में दिनदहाड़े 6 लाख रुपए की लूट:स्विफ्ट गाड़ी में आए थे बदमाश, नवलगढ़ की तरफ भागे
सीकर में दिनदहाड़े 6 लाख रुपए की लूट:स्विफ्ट गाड़ी में आए थे बदमाश, नवलगढ़ की तरफ भागे

सीकर : सीकर के दादिया थाना इलाके में दिनदहाड़े गाड़ी सवार युवक से 6 लाख रुपए की लूट का मामला सामने आया है। बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में आए बदमाशों ने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद आरोपी नवलगढ़ की तरफ गाड़ी लेकर फरार हो गए। सूचना मिलने के बाद दादिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची। जो अब आरोपियों की तलाश कर रही है।
दादिया थानाधिकारी अशोक कुमार झाझड़िया के अनुसार- घटना आज दोपहर करीब 3 से 3:15 बजे के बीच की है। थाना क्षेत्र के नजदीकी गांव खिरोड़ निवासी जितेंद्र कुमार राड़,अपने साथी रोशन बिजारणियां के साथ दादिया में स्थित पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में आया था। जहां उसने अपने भाई से 6 लाख रुपए लिए।
यह राशि लेकर जितेंद्र और रोशन बिजारणियां अपनी गाड़ी लेकर वापस खिरोड़ की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में तारपुरा जाने वाले मोड पर पहुंचे तो सीकर की तरफ से एक बिना नंबर की चॉकलेट कलर की स्विफ्ट गाड़ी आई। गाड़ी ड्राइवर ने स्विफ्ट गाड़ी को जितेंद्र की गाड़ी के नजदीक लगा लिया। इसके बाद स्विफ्ट गाड़ी में बैठे तीन बदमाशों ने जितेंद्र और उसके साथी से 6 लाख रुपए लूट लिए।
यह लूट करने के बाद तीनों बदमाश अपनी गाड़ी लेकर नवलगढ़ की तरफ फरार हो गए। जितेंद्र और उसके साथी ने बदमाशों का पीछा करने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए। घटना की सूचना मिलने के बाद दादिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची। जिले में कई जगह नाकाबंदी करवाई गई है। अब पुलिस की अलग-अलग टीम अलग-अलग एरिया में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करके आरोपियों का पता लग रही है।
सोने के कड़ों की लूट करने वाले फरार
बता दें कि सीकर में पुलिस के लिए करीब 9 महीने पहले एक ही दिन में हुई दो सोने की कड़े की लूट के मामले में हाथ खाली है। 20 सितंबर 2024 को सीकर में बाइक सवार दो बदमाशों ने पहले रींगस कस्बे के खाटू मोड़ पर खाटू जाने वाले श्रद्धालु मनोज से सोने का कड़ा लूटा। इसके बाद सीकर शहर के उद्योग नगर इलाके में मारू स्कूल के सामने वाली गली में व्यापारी सुशील पोद्दार से उनके सोने का कड़ा लूट लिया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों की तलाश में लक्ष्मणगढ़ इलाके में घटना के दौरान वारदात में काम ली गई बाइक तो बरामद कर ली। लेकिन 9 महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद आज भी पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा पाई है।